सूरजपुर। जिला न्यायाधीश,अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सूरजपुर, गोविन्द नारायण जांगड़े के मार्गदर्शन में संविधान दिवस पर शासकीय महाविद्यालय रामानुजनगर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सूरजपुर की ओर से पैनल अधिवक्ता रेवती रमण दुबे, पीएलव्ही सत्य नारायण सिंह एवं महाविद्यालय के प्राचार्य राम कुमार साहू, केके ओझा एवं महाविद्यालय के समस्त शिक्षक, शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत संविधान की उद्देशिका का वाचन कराने एवं अपने कर्तव्यों का पालन करने हेतु शपथ दिलाने के साथ की गई। कार्यक्रम केके ओझा ने कहा संविधान हमारे हमारे देश सभी ग्रन्थो से सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ है इसी से हमें हमारे अधिकार प्राप्त है, संविधान हमें अधिकारों के साथ पढ़ने-लिखने की आजादी प्रदान करता है।आगे सत्य नारायण सिंह ने भारतीय संविधान के उद्देशिका में लिखे सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, तथा अवसर की समता का वर्णन करते हुये कहा न्यायिक लड़ाई में समान अवसर के आधार न्याय सुलभ कराने को सुनिच्चित करने के लिये भारत सरकार द्वारा विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 पारित किया गया है। विधिक सेवा प्राधिकरण तालुका स्तर से लेकर सर्वोच्च न्यायालय तक गरीब, बेसहारा, आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को न्याय की लड़ाई में तालुका स्तर से लेकर सर्वोच्च न्यायालय तक निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराकर न्याय की लड़ाई लड़ने हेतु सहायता प्रदान करती है जिससे आर्थिक रूप कमजोर व्यक्ति को भी लड़ाई लड़ने का समान अवसर मिले।
उन्होंने आगे बताया की न्याय सब के लिए है न्याय पाने का भी सभी को समान अधिकार है। यदि कोई व्यक्ति अपना प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत करना चाहता है, या आपका कोई मामला न्यायालय में लंबित है तो आप की गरीबी आपको न्याय दिलाने में रुकावट नहीं होगी अब आपके प्रकरणों में तहसील स्तरीय न्यायालय से उच्च न्यायालय तक न्याय दिलाये जाने हेतु तालुका विधिक सेवा समिति, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, एवं उच्च न्यायालय विधिक सेवा समितिया कार्य कर रही हैं।
आगे निःशुल्क विधिक सहायता पाने के लिए कौन कौन पात्र है कि जानकारी देते हुए लोक अदालत का आयोजन एवं लाभ, गुड-टच, बैड टच, नालसा लीगल सर्विसेस एप्प तथा टोल फ्री नम्बर 15100 की जानकारी उपस्थित महाविद्यालय के छात्रों को प्रदान की गई।
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