बिलाईगढ़ के साहिल ने नेपाल में जीता गोल्ड, नगर आगमन पर हुआ जोरदार स्वागत…

बिलाईगढ़,23 नवंबर। पोखरा, नेपाल में आयोजित SBKF (सम्पूर्ण भारतीय खेल फाउंडेशन) के तत्वधान में अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप 2022 के किकबॉक्सिंग खेल में स्वर्ण पदक हासिल कर भारत,छत्तीसगढ़ सहित नवगठित जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ व भटगांव का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ी मंगलवार की शाम भटगांव पहुँचा। यहां उनके परिजन और नगरवासी आतिशबाजी और फूलमालाओं से स्वागत करते डीजे के साथ नगर भ्रमण कराते उनके घर ले जाया गया।



गौरतलब SBKF(सम्पूर्ण भारतीय खेल फाउंडेशन) के तहत पोखरा नेपाल में 16 नवम्बर से लेकर 19 नवम्बर तक अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप 2022 आयोजित था। जिसमें भारत, नेपाल,बांग्लादेश ,भूटान सहित श्रीलंका से आए खिलाड़ियों ने अलग-अलग खेलों में हिस्सा लिया और अपनी-अपनी प्रदर्शन किया। इस खेल में छत्तीसगढ़ नगर पंचायत भटगांव के खिलाड़ी साहिल रात्रे ने भी हिस्सा लिया  जिन्होंने किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में अच्छा और उत्कृष्ट प्रदर्शन करते स्वर्ण पदक पर अपना कब्जा जमाया। जिससे भारत देश ही नहीं बल्कि अपने माता-पिता और छत्तीसगढ़ सहित सारंगढ-बिलाईगढ़ जिला और नगर भटगांव को रोशन करते गौरान्वित किया है।



आपको बताते चलेंकि साहिल के द्वारा राज्यस्तरीय रायपुर में हो रहे किकबॉक्सिंग प्रतियोगिता में बेस्ट फाईटर ऑफ छत्तीसगढ़ में स्वर्ण पदक से सम्मानित हुआ और पुणे महाराष्ट्र में नेशनल किक राजस्थान के बॉक्सिंग में स्वर्ण पदक हासिल किया तथा ट्रेडिशनल रेसलिंग एवं पैक रेशन में स्वर्ण पदक सहित रजत पदक हासिल किया है। वर्तमान में साहिल रात्रे माईनर किक बॉक्सिंग ऑफ छत्तीसगढ़ कोच एवं जजमेंट के कार्य में पदस्थ है। अब नेपाल से स्वर्ण पदक प्राप्त कर भटगांव वापस आया है ,जहां उनके परिजन सहित नगरवासी और जनप्रतिनिधियों द्वारा खुशी महसूस करते बस स्टैंड के पास आतिशबाजी व फूलमालाओं से उनका स्वागत करते बधाई के साथ उन्हें आशीर्वाद प्रदान किया।



साहिल को नगर भ्रमण कराते उनके घर ले जाया गया। उस दौरान नगर के चौंक चौराहों में फूल बरसात कर उनका स्वागत किया गया, साथ ही नगर के लोंगों ने श्रीफल और मिठाई खिलाकर उनके जज्बों और साहस को सलाम करते शुभकामनाएं दी। आगे नगर के जनप्रतिनिधियों और परिजन सहित उनके शिक्षक ने साहिल रात्रे के कामयाबी को भारत सहित छत्तीसगढ़ का नाम रोशन कर गौरान्वित करना बताते कहाकि उनके कामयाबी के पीछे उनके स्वयं के मेहनत और माता-पिता के अच्छे तालीम व मोहल्लेवासियों की अच्छी मार्गदर्शन का नतीजा हैं।