वाराणसी19 नवंबर । केन्द्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने वाराणसी में महाकवि सुब्रमण्यम भारथियार के 96 वर्षीय भतीजे के. वी. कृष्णन और उनके परिवार से मुलाकात की। अब तक के सबसे महान तमिल साहित्यकारों में से एक, महाकवि भारथियार का काशी के हनुमान घाट के तट पर स्थित घर एक तीर्थ है।
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि सामाजिक न्याय और महिला सशक्तीकरण से संबंधित सुब्रमण्यम भारथियार के विचार अब पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा कि भारथियार के व्यक्तित्व को आकार देने में काशी की गहरी छाप रही। उन्होंने कहा कि काशी तमिल संगमम हमारी दो महान संस्कृतियों के बीच दार्शनिक एकात्मता और समानता का उत्सव है। उन्होंने यह भी कहा कि महाकवि हमेशा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बने रहेंगे।
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