चाईल्ड फ्रेंडली बनाने नीले रंगों में रंगी गांवों की दीवारें…

अम्बिकापुर ,17 नवंबर। यूनिसेफ द्वारा 14 से 20 नवम्बर तक विश्व बाल दिवस के अवसर पर निर्धारित एक सप्ताह के कार्यक्रम अंतर्गत सरगुजा संभाग के अलग-अलग जिलों में लगातार बच्चों से जुड़े हुए विभिन्न कार्यक्रम सामाजिक संगठनों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों एवं स्कूलों में किये जा रहे हैं। बाल हितैषी ग्राम पंचायत की परिकल्पना ले गांवों के घरों को नीले कलर से पोत कर गो ब्लू मुहिम के तहत चाईल्ड फ्रेंडली बनाने के साथ-साथ, ग्राम पंचायतों में बाल पंचायत का आयोजन भी कराया जा रहा है। इसी तारतम्य में 20 नवम्बर को किड्स टेक ओवर का कार्यक्रम भी निर्धारित है, जिसके तहत बच्चों को एक दिन के लिए किसी अधिकारी अथवा जनप्रतिनिधि के स्थान पर उसके पद के अनुरूप व्यवस्था देकर बच्चे के मन में उस पद पर जाकर क्या कार्य करने की इच्छा अथवा उसका सपना है इसे देखा जायेगा। वहीं ग्राम पंचायतों व स्कूलों में लगातार यूनिसेफ द्वारा निर्धारित बाल ओलंपिक के तहत विभिन्न परम्परागत खेल एवं अन्य प्रचलित खेलों का आयोजन किया जा रहा है। वहीं बच्चे इस साप्ताहिक आयोजन के तहत बड़े अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों का इंटरव्यू भी ले रहे हैं। सरगुजा, बलरामपुर, सूरजपुर, जशपुर, कोरिया सभी जिलों में बच्चों से जुड़े कार्यक्रम लगातार सामाजिक संगठनों द्वारा किये जा रहे हैं।

इसी कड़ी में जिले की सामाजिक संस्था सरगुजा साइंस ग्रुप द्वारा भी विभिन्न कार्यक्रम अम्बिकापुर, लुण्ड्रा, प्रतापपुर, कुसमी, सूरजपुर, उदयपुर में कराये जा रहे हैं। लगातार ग्राम पंचायतों में गांवों के दीवारों को नीला कलर देकर चाईल्ड फ्रेंडली भी बनाया जा रहा है। संस्था के निदेशक अंचल ओझा ने बताया कि यूनिसेफ की परिकल्पना है कि राजनीतिक एवं विकास के आयाम में बच्चों को प्राथमिकता मिले एवं कार्ययोजना में बच्चों के अधिकारों की रक्षा, सुरक्षा, चिकित्सा, शिक्षा, खेलकूद, सपने, पोषण सहित वे सारे बिंदु शामिल हों जो एक बच्चे के सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी है और न सिर्फ कार्ययोजनाओं में दिखे बल्कि धरातल पर इस पर कार्य हो। यहीं कारण है कि लगातार यूनिसेफ के साथ छत्तीसगढ़ बाल अधिकार वेधशाला के अंतर्गत प्रदेश भर में विभिन्न संस्थायें कार्य कर रही हैं। 20 नवम्बर विश्व बाल दिवस पर जिला व ब्लॉकों के अलावे रायपुर में भी वृहद कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। सरगुजा साइंस ग्रुप पहले से ही बच्चों के ही मुद्दे खासकर लड़कियों को लेकर कार्य कर रही है और माहवारी स्वच्छता पर जागरूकता कार्यक्रम के साथ-साथ स्कूलों में निःशुल्क सैनेटरी पैड का वितरण एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन बच्चों के प्रतिभा को प्रोत्साहित करने करती रही है। 14 से 20 नवम्बर तक यूनिसेफ एवं सीसीआरओ के गतिविधियों के अनुकूल कार्यक्रम जिले भर में किया जा रहा है।

सरगुजा साइंस ग्रुप द्वारा इसके तहत सभी पांच बिंदुओं पर कार्यक्रम हो रहे हैं। स्कूलों में रंगारंग संस्कृति कार्यक्रम के साथ-साथ खेल, योगा, चित्रकला, रंगोली, भाषण सहित विभिन्न आयोजन कराया जा रहा है। वहीं ग्राम पंचायत स्तर पर भी खेल की गतिविधियां संचालीत हैं। लुण्ड्रा जनपद अंतर्गत राता, कोरिमा, करदोनी, जमड़ी, डकई में पांचों बिंदुओं पर कार्य की शुरुआत संस्था द्वारा की गई है। वहीं अम्बिकापुर ब्लॉक के लिबरा, करेया, सोहगा, उदयपुर में फुलचुहि सहित 4 अन्य ग्राम पंचायतों में कार्य की शुरुआत की जा रही है। वहीं बलरामपुर व कुसमी ब्लॉक के भी 5-5 गांवों में कार्य किया जा रहा है। सूरजपुर व प्रतापपुर ब्लॉक में संस्था ग्राम पंचायतों के साथ-साथ स्कूलों के सहयोग से कार्यक्रम कर रही है। जिसमें काफी संख्या में बच्चे हिस्सा ले रहे हैं, जिन्हें जनप्रतिनिधियों व संस्था के सहयोग से प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान आने पर गिफ्ट देकर एवं सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान कर प्रोत्साहित किया जा रहा है।

प्रतापपुर के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय(टी) में इस दौरान 14 नवम्बर को रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन स्कूल एवं संस्था द्वारा किया गया, जिसमें 150 से अधिक स्कूली छात्राओं ने हिस्सा लिया। विद्यालय की 800 से अधिक छात्राएं इस दौरान उपस्थित रहीं। छात्राओं के सर्वांगीण विकास हेतु विद्यालय में व्यवसायिक शिक्षा की शुरुआत सरगुजा साइंस ग्रुप की पहल पर की गई। जिसे जन शिक्षण संस्थान सरगुजा द्वारा प्रोत्साहित करते हुए सिलाई-कढ़ाई, ब्यूटीपार्लर, कम्प्यूटर एवं मशरूम प्रशिक्षण के एक-एक बैच की शुरुआत की, जिससे 80 छात्रायें लाभान्वित होंगी। जिन्हें प्रशिक्षण उपरांत भारत सरकार के कौशल एवं उद्यमिता मंत्रालय के द्वारा सर्टिफिकेट एवं ग्रेड प्रदान किया जायेगा।

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