यूपी के अम्बेडकर नगर के रहने वाले युवक शिवम कुमार तिवारी के शव का अंतिम संस्कार शनिवार की दोपहर को यहां मुनीलाल श्मशान घाट पर कर दिया। उसका शव सदर अस्पताल के मर्चरी में पिछले एक सप्ताह से परिजनों के आने के इंतजार में रखा था।
शिवम ने क्यों किया था सुसाइड
हालांकि, परिजन के यहां नहीं पहुंच पाने से पुलिस ने शव का अंतिम संस्कार कर देने का निर्णय लिया। नियम के मुताबिक से 72 घंटे तक ही किसी अज्ञात शव को मर्चरी में रखने का प्रावधान है। पुलिस के मुताबिक घटना के बाद शिवम के पास से मिले सुसाइड नोट से पता चलता है कि सहिबगंज की किसी लड़की से बीते डेढ़ साल से उसका संबंध था। सुसाइड नोट से पता चलता है कि शादी से इंकार करने व उसके साथ मारपीट व टार्चर करने पर उसने यहां बीते चार नवंबर को ट्रेन के सामने कूदकर मौत को गले लगा लिया था।
मौत का कारण तलाश रही है पुलिस
इस बीच नगर थाना प्रभारी धर्मपाल कुमार ने बताया कि यूपी के अंबेडकर नगर के शिवम तिवारी के शव का अंतिम संस्कार शनिवार को स्थानीय बिजली घाट में किया गया है। हालांकि इस बीच शिवम तिवारी के कोई परिजन नहीं आया है। पुलिस मामले की जांच में गंभीरता से जुटी है।
क्या कभी खुल सकेगा शिवम की मौत का राज
क्या शिवम के मौत की असली वजह अब दुनिया के सामने आ पाएगा? ऐसे में कई सवाल है जो शिवम के अंतिम संस्कार के साथ एक बार फिर चर्चा में है। कुछ लोगों का मानना है कि शिवम के शव के अंतिम संस्कार के साथ ही उसकी मौत का राज भी हमेशा के लिए दफन हो गया है? पुलिस के मुताबिक शिवम के पास से दस पन्ने के सुसाइड नोट में आत्महत्या की वजह का उल्लेख है। उसके मोबाइल भी ऐसी ही कुछ बातें उसने मरने से पहले रिकार्ड किया था।
उसमें कई लोगों को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार बताया है। बड़ा सवाल है कि पुलिस अबतक इस मामले का खुलासा करेगी। क्या पुलिस किसी दबाव में अनुसंधान कर रही है? शिवम की मौत के एक सप्ताह से अधिक समय बीत चुके हैं। ऐसे में पुलिस के लिए पूरे मामले में पड़े रहस्य के पर्दे को उठाकर सच्चाई को सामने लाना किसी चुनौती से कम नहीं होगा।
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