कबीरधाम । नामी कंपनी का डुप्लीकेट प्लग बेचकर अधिक रकम कमाने वाले आरोपी को थाना सिटी कोतवाली पुलिस ने धर दबोचा। आरोपी के विरुद्ध थाना सिटी कोतवाली में अपराध पंजीबद्ध कर धारा 420 भा.द.वि. 63 कॉपी राईट अधिनियम 1957 के तहत कार्यवाही की गई। आरोपी के कब्जे से कुल 75 नग डुप्लीकेट प्लग कीमती 6075/ रुपये को पुलिस ने जब्त किया।
कबीरधाम जिले के थाना सिटी कोतवाली में 12 नवंबर को प्रार्थी पौशिक विश्वास ने थाना आकर लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई कि वे बॉश लिमिडेट कम्पनी में ब्रांड सरक्षण के पद पर कार्यरत है। जो कि मेरे साथ कंपनी के जांच अधिकारी विशेषज्ञ क्लाइंट कम्पनी बॉश लिमिडेट के प्रतिनिधि एक्सपर्ट तनमय धोस पिता प्रफुल्लो घोष एंव विपलब विश्वास पिता बोधी बिंदू विश्वास के साथ कबीरधाम आकर देखा कि शहर के बाल मंदिर काम्प्लेक्स में स्थित मां गंगा आटो पार्ट्स के द्वारा अपने दुकान में नकली बॉश लिमिटेड कंपनी का स्पार्क प्लग रख कर आम नागरिको को असली क्लाइंट कंपनी बॉश लिमिटेड का बताकर भेचा जा रहा है। जिसकी जानकारी मुझे कुछ दिन पहले चला है तथा उक्त ऑटो पार्ट्स के मालिक द्वारा धोखाधडी जाल साजी कर निर्दोश जनता को ठगकर अवैध धन अर्जित कर रहा है। जिससे सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है तथा कपंनी की छवी भी खराब कर रहा है। की रिपोर्ट पर थाना सिटी कोतवाली में अपराध पंजीबद्ध कर प्रथम दृष्टया धारा 420 भा.द.वि. 63 कॉपीराईट अधिनियम 1957 क पाये जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल थाना प्रभारी के द्वारा जिले के वरिष्ठ अधिकारी गणों को उक्त घटना से अवगत कराया गया, जिस पर कबीरधाम पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के कुशल निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे तथा पुलिस अनुविभागीय अधिकारी संजय ध्रुव के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सिटी कोतवाली निरीक्षक भूषण एक्का के द्वारा तत्काल टीम गठित कर मां गंगा ऑटो पार्ट्स में रेड कार्यवाही की गई जिस पर नकली बॉश लिमिटेड कंपनी के 75 नग प्लक कुल कीमती 6075/ रुपये को गवाहों के समक्ष जप्त कर आरोपी मां गंगा ऑटो पार्ट्स के मालिक सुरेंद्र सिंह राजपूत के विरुद्ध उचित वैधानिक कार्यवाही कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर जुडिशल रिमांड पर भेजा गया है। उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी सिटी कोतवाली निरीक्षक भूषण एक्का के कुशल नेतृत्व में थाना टीम से सहायक उप.निरीक्षक आशीष सिंह एवं अन्य थाना स्टाफ का सराहनीय योगदान रहा।