नई दिल्ली ,12 नवंबर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गणितज्ञ और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित आरएल कश्यप के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया- ‘आरएल कश्यप एक बहुमुखी प्रतिभासंपन्न व्यक्ति और महान विद्वान थे। उन्हें गणित और विज्ञान का समृद्ध ज्ञान था। उन्हें भारतीय संस्कृति पर बहुत गर्व था और उन्होंने वैदिक अध्ययन में भी विद्वत्ता हासिल की। उनके निधन से दुख हुआ। उनके परिवार के प्रति संवेदना। ओम शांति।’
आर एल कश्यप का पूरा नाम रंगासामी लक्ष्मीनारायण कश्यप था, उनका जन्म 28 मार्च 1938 को हुआ था। आर एल कश्यप का एक भारतीय अनुप्रयुक्त गणितज्ञ और पर्ड्यू विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर थे। इन्होंने चारों वेदों का अंग्रेजी में अनुवाद भी किया है। आर एल कश्यप ने हार्वर्ड प्रोफेसर Yu-Chi Ho के साथ मिलकर ”the Ho-Kashyap Rule” एल्गोरिदम विकसित किया था। आर एल कश्यप ने 1982 में गणितीय उम्मीदवार मॉडल के एक सेट से सर्वश्रेष्ठ मॉडल के सलेक्शन के लिए Kashyap information criterion (KIC) पेश किया था।
इन मापदंडों को मॉडल को डेटा के अनुकूल बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। आर एल कश्यप ने इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स, इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर पैटर्न रिकग्निशन और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक एंड टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर्स के प्रोफेसर थे।
वैदिक अध्ययन के क्षेत्र में आर एल कश्यप ने सबसे प्राचीन संग्रह जैसे ऋग्वेद संहिता, कृष्ण यजुर्वेद संहिता, और सामवेद, और अथर्ववेद का संस्कृत से अंग्रेजी में अनुवाद किया है। इसमें लगभग 25000 छंद शामिल हैं। आर एल कश्यप दुनिया के एकमात्र व्यक्ति हैं जिन्होंने सभी 4 वेदों का अंग्रेजी में अनुवाद किया है, उनकी उपलब्धि को मान्यता देते हुए उन्हें सरकार द्वारा सम्मानित किया गया था। भारत के साहित्य और शिक्षा क्षेत्र के तहत 2021 में उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया था।
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