जुलाई से सवा चार घंटे में कानपुर से दिल्ली पहुंचाएंगी रेलगाड़ियां, इन कारणों से कम होगा समय

कानपुर से दिल्ली, प्रयागराज और लखनऊ रूट पर ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों के लिए राहत भरी सूचना। सबकुछ पटरी पर रहा तो जून-2023 तक खुर्जा से न्यू सुजातपुर तक मालगाड़ियां डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर पर दौड़ने लगेंगी। कानपुर से दिल्ली तक मिशन रफ्तार के तहत प्रस्तावित सभी काम पूरे हो जाएंगे। यात्री ट्रेनें कानपुर से दिल्ली का सफर सवा चार घंटे में तय करेंगी तो प्रयागराज पहुंचने में दो घंटे लगेंगे। कानपुर से लखनऊ का भी सफर लगभग 45 मिनट में पूरा होगा।

दरअसल, रेलवे ने मिशन रफ्तार के तहत चल रहे कार्यों की समयसीमा तय कर दी है। इसके पूरा होने से ट्रेनों की वर्तमान गति में 30 किमी प्रति घंटे का इजाफा होगा। खुर्जा से न्यू सुजातपुर तक डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर में न्यू भाऊपुर से न्यू रूमा तक के सेक्शन में निर्माण हो रहा है। लगभग 44 किमी के इस सेक्शन का भी 80 फीसदी काम हो चुका है। पहले इसे मार्च-2023 तक ही पूरा करना था पर नदी पर निर्माणाधीन पुल पूरा नहीं हो सका है। इसलिए समय सीमा बढ़ाई गई है।
सफर का समय कम होने की ये वजहें

  • खुर्जा से न्यू सुजातपुर तक मालगाड़ियों के लिए रिजर्व हो जाएगा ट्रैक
  • पूरा सेक्शन ऑटोमैटिक होने से कानपुर-दिल्ली तक एक के पीछे एक ट्रेनें चलती रहेंगी

सुपरफास्ट इतना लेती हैं समय

  • स्वर्ण शताब्दी 527 घंटे लगाती, कानपुर से 1653 पर चलकर दिल्ली रात 2220 बजे पहुंचती है
  • हावड़ा राजधानी 510 घंटे में पहुंचती कानपुर से सुबह 455 बजे चलकर दिल्ली 1005 बजे पहुंचती है।

एनसीआर, सीपीआरओ, हिमांशु शेखर उपाध्याय ने कहा कि कानपुर से दिल्ली के बीच मालगाड़ियों का रिजर्व ट्रैक होते ही शत- प्रतिशत फायदा मेल, एक्सप्रेस ट्रेनों को मिलेगा। विषम परिस्थितियों में डीएफसी एक बेहतर विकल्प भी होगा। इसका प्रमाण हाल ही में बिंदकी के पास हुए हादसे के दौरान मिल चुका है।

  • कानपुर से दिल्ली तक पूरा ट्रैक 60 केजी में कन्वर्ट हो चुका है, अब दो कॉशन बचे
  • मेल, एक्सप्रेस की अधिकतम 130 की गति, बाद में 160 किमी की स्पीड से चलेंगी