KORBA : ग्रामीणों ने बनाई थी कच्ची शराब, हाथियों के झुंड ने पी लिया, नशा चढ़ा तो मौके पर ही सो गए, ड्रम बजाकर जगाना पड़ा…

कोरबा ,11 नवंबर । के जंगल व गांव के आसपास विचरण कर रहे हाथी धान व अन्य फसल समेत शराब बनाने के लिए रखे महुआ चट कर जाते हैं, लेकिन उड़ीसा में 24 हाथियों का झुंड है जो जंगल में महुआ शराब खोजते हुए पहुंचते हैं और पी जाते हैं।

पड़ोसी राज्य उड़ीसा के केओनझार जिले में शिलीपदा गांव के जंगल में तो हाथियों के झुंड ने इतनी शराब पी की मदमस्त होकर वह सभी वही मौके पर सो गए। दरअसल कोरबा के ग्रामीण अंचल की तरह ही उक्त क्षेत्र में ग्रामीण जंगल के भीतर अवैध रूप से महुआ शराब बनाते और खपाते हैं। गुरुवार की रात बड़े-बड़े मटकों में महुआ शराब बनने के लिए भट्टी में चढ़ाया गया था। सुबह के करीब 6 बजे जब ग्रामीण घर से वहां पहुंचे तो उनके होश उड़ गए क्योंकि वहां पर 24 हाथी सोए हुए थे। महुआ शराब से भरे हुए सारे मटके फूटे पड़े थे।

तब उन्हें समझ आ गया कि महुआ शराब पीकर हाथी सोए हुए हैं। ग्रामीणों ने शोर मचाकर हाथियों को उठाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं उठे। इसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई। वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे फिर
ड्रम बजाकर हाथियों को उठाया गया। रेंजर घासीराम पात्रा ने बताया कि जब वे वहां पहुंचे तो हाथियों को उठाने के लिए ड्रम बजाने पड़े। हाथी उठे और जंगल में अंदर चले गए।

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