सीएसआर मद का उपयोग प्रत्यक्ष प्रभावित क्षेत्रों में मूलभूत आवश्यकताओं
के लिए करें:- कमिश्नर श्याम धावड़े
संभागीय अधिकारियों व सीएसआर मद के नवीन कार्ययोजना की समीक्षा
बैठक में दिए निर्देश
जगदलपुर, 10 नवम्बर | कमिश्नर श्याम धावड़े की अध्यक्षता में संभागीय अधिकारियों तथा एनएमडीसी के सीएसआर मद अंतर्गत नवीन कार्य योजना और स्वीकृत कार्यों की समीक्षा की गई। कमिश्नर श्री धावड़े ने कहा कि सीएसआर मद की राशि का उपयोग प्रत्यक्ष प्रभावित क्षेत्रों में मूलभूत आवश्यकताओं के लिए करें, उन इलाकों में आधारभूत संरचना, पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा और कृषि कार्यों में विशेष सहयोग करें। उन्होंने संभाग स्तरीय अधिकारियों को विभिन्न विकासखण्डों का दौरा कर शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन का आंकलन-परिवेक्षण करने के निर्देश दिए। बैठक में डिप्टी कमिश्नर श्री बीएस सिदार, श्रीमती माधुरी सोम, ऋतुराज बिसेन, नगर निगम आयुक्त श्री दिनेश नाग सहित संभाग स्तरीय अधिकारी, सभी जिलों के विकास शाखा प्रभारी अधिकारी तथा एनएमडीसी के अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में एनएमडीसी द्वारा निर्माण की जाने वाली सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के विकास पर चर्चा किया गया। जिसमें एनएमडीसी के अधिकारी ने बताया कि हॉस्पिटल निर्माण हेतु उच्च कार्यालय को अवगत कराए गया है तथा दिसम्बर माह तक कार्य में प्रगति लाई जाएगी। एनएमडीसी सीएसआर मद से जिलों में किए जा रहे विकास कार्यो के उपयोगिता प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। बैठक में सीएसआर मद से जिलों में किए जा रहे विकास कार्यो की विस्तृत कार्ययोजना, स्वीकृत कार्यों तथा निरस्त कार्यों के संबंध में चर्चा किया गया। एनएमडीसी के अधिकारी ने निवेदन किया कि सीएसआर मद से निर्मित भवनों में सूचना पटल के माध्यम प्रदर्शित किया जाए।
कमिश्नर श्री धावड़े ने सीएसआर मद से सुकमा में ड्रामा सेंटर बनाने के निर्देश दिए। साथ ही सभी जिलों में उचित मूल्य की दुकान, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण और आश्रम छात्रावास पेयजल सहित अन्य व्यवस्था पर ध्यान देने की आवश्कता बताई। उन्होंने नारायणपुर ंिजले के अंदरूनी इलाका ओरछा में विकास कार्य को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। संभागीय अधिकारियों की समीक्षा के दौरान कमिश्नर ने अंदरूनी क्षेत्रों में वनाधिकार मान्यता पत्रक धारक किसानों को शासन की योजनाओं का लाभ देने कहा। उन्होंने संभाग के सभी विकासखण्डों में कुपोषित बच्चों और ऐनीेमिया के मरीजों की अध्यतन सूची तैयार करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के संभागीय अधिकारी को एनीमिया पीड़ितों का व्यापक ईलाज करवाने के साथ-साथ जागरूकता फैलाने पर जोर दिया। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा संभाग में संचालित एनआरसी के व्यवस्थाओं में कमियों को दूर करने के निर्देश दिए।
कमिश्नर ने कृषि विभाग और सहकारिता के अधिकारियों को केसीसी कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बस्तर की परिस्थिति के आधार पर केसीसी के माध्यम से किसानों को शासन की योजनाओं का लाभ दिया जाए। साथ ही वर्तमान में केसीसी धारक किसानों में मार्च 2023 तक एक लाख किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रखें, जिसमें वनाधिकार के हितग्राहियों को प्राथमिकता दें। उन्होंने धान खरीदी कार्य में सभी समितियों बारदाना की उलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने मसाहती सर्वे के कार्य को समय-सीमा में पूर्ण करने के भी निर्देश दिए।
कमिश्नर ने संभाग में डाॅप आऊट बच्चों को पुनः स्कूल से जोड़ने पर जोर दिया और सलवा जुडूम के दौरान बंद हुए स्कूल को पूनः प्रारंभ करने तथा स्कूलों में शिक्षक व बच्चों की उपस्थिति का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। कौशल विकास के माध्यम से स्वरोजगार के अवसर बढ़ाएं तथा रोजगार के लिए युवाओं को प्रशिक्षण देने पर जोर दिया। विशेष कर स्थानीय स्तर पर आवश्यकता देखकर प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार करें। बैठक में पुरातत्व विभाग के अधिकारी को पुरातात्विक स्थलों को संरक्षित करने के कार्य प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
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