मुंबई। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पाण्डेय ने महाराष्ट्र के सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय में मतदाता पंजीकरण – लोकतंत्र का पहला कदम विषय पर एक मल्टीमीडिया प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। सीईसी राजीव कुमार ने सीबीसी द्वारा लगाई गई रंगारंग प्रदर्शनी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के इस युग में भी सीबीसी आउटरीच गतिविधियां संचार का एक अत्यंत शक्तिशाली माध्यम हैं।
उन्होंने कहा कि देश की लोक संगीत यानी लोक गायन और लोक कथा की सांस्कृतिक विरासत इतनी समृद्ध, इतनी विविध और विस्तृत है कि इन्हें जानने-समझने में ही वर्षों लग जाएंगे। उन्होंने कहा कि ये सांस्कृतिक उपकरण देश को एक शक्ति के रूप में एकजुट रखते हैं। सीईसी ने यह भी कहा कि सीबीसी प्रदर्शनियां और लोक प्रदर्शन चुनाव आयोग के लिए अपने मतदाता जागरूकता अभियानों में सदा उपयोगी साबित हो सकते हैं। युवाओं के लिए अपने संदेश में सीईसी ने उनसे मतदाता बनने का आग्रह किया क्योंकि यह लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा, इस देश की जनसांख्यिकी को देखें। इस विशाल देश को देखें जिसमें हम साथ मिलकर रहने में यकीन रखते हैं, चर्चा में यकीन रखते हैं, और हम अपने सभी मुद्दों को सहभागी चुनावों के माध्यम से हल करने में विश्वास रखते हैं। और यह तभी संभव है जब हम मतदान करें। उन्होंने कहा कि ताकत जो है वो मतपत्र के जबरदस्त बल के माध्यम से निर्बाध रूप से स्थानांतरित होती है। उन्होंने कहा कि चुनाव हमें व्यवस्था की निरंतरता देता है और युवाओं और समाज में मौजूद लचीलेपन को बरकरार रखता है।
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