ऐसे कैसे लोगों को मिलेगा फ्री राशन! कार्ड बनवाने को छूट रहे हैं पसीने

देहरादून के जिला पूर्ति कार्यालय में राशन कार्ड से संबंधित काम एक बार में होते ही नहीं। इसके लिए बार-बार दफ्तर के चक्कर काटने पड़ते हैं। विभागीय कामकाज में लेटलतीफी के कारण उपभोक्ता परेशान हैं। आलम यह है कि जो काम एक सप्ताह में हो जाने चाहिए, उसके लिए महीनाभर लग जाता है।

डीएसओ ऑफिस में रोजाना सैकड़ों लोग राशन कार्ड बनाने, राशन कार्ड में नाम जुड़वाने-कटवाने, कार्ड अपडेट करने समेत तमाम जरूरी कामों के लिए पहुंचते हैं। समय पर नहीं हो पाते आम लोगों के काम नियम यह है कि एक सप्ताह में उपभोक्ता का नया राशन कार्ड तैयार हो जाना चाहिए, लेकिन सही जानकारी नहीं मिलने और लापरवाही के चलते लोगों को कई दिन तक कार्यालय में आना पड़ता है। बावजूद इसके, समय पर काम नहीं हो पाता।

केस-1: अंगूठे का निशान नहीं लगने से राशन रुका
गोरखपुर डिफेंस कॉलोनी के सीताराम भट्ट बीपीएल कार्डधारक हैं। तकनीकी खराबी के कारण राशन लेते वक्त उनके अंगूठे का निशाना नहीं लग पा रहा है। दो महीने से राशन नहीं मिल पाया। डीलर का कहना है कि डीएसओ कार्यालय से समाधान होगा। भट्ट कई बार ऑफिस जा चुके हैं, अभी तक काम नहीं हुआ।

केस-2: दो महीने से राशन कार्ड में नहीं जोड़ा गया नाम
जाखन के गुरुपथ को बेटे का नाम राशन कार्ड में जुड़वाना है। वो दो माह से कोशिश कर रहे हैं, अभी तक काम नहीं हुआ। वो दस्तावेज जमा करा चुके हैं। बेटे का नाम कार्ड में नहीं जुड़ने से योजना का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा। उन्होंने बताया कि वो मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं।

केस-3: दो बार में नहीं हुआ काम तीसरी बार छुट्टी निकली
जाखन की शांति देवी राशन कार्ड में बहू का नाम जुड़वाने को शुक्रवार को डीएसओ ऑफिस पहुंचीं, पर छुट्टी के कारण दफ्तर बंद था। इससे पहले भी वे दो बार कार्यालय आईं। तब, कागज पूरे नहीं होने पर उन्हें लौटा दिया गया। उन्होंने बताया कि कार्यालय में सही से जानकारी नहीं दी जाती। अब सोमवार को दोबारा उन्हें ऑफिस आना पड़ेगा।

कई बार तकनीकी दिक्कतों के कारण राशन कार्ड से जुड़े काम में देरी हो जाती है। हमारी कोशिश रहती है कि लोगों के काम समय पर पूरे कर लिए जाएं। अंगूठे का निशान न लगने की स्थिति में भी डीलरों को राशन देने के लिए कहा गया है। यदि ऐसी परेशानी किसी को है तो सीधे मुझसे आकर मिलें।