कोरिया,04 नवम्बर आपदा प्रबंधन और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम के द्वारा आज बाढ़ या भूकंप जैसी आपदा के दौरान लोगों के रेस्क्यू की प्रक्रिया का जिला स्तर पर सफल मॉक ड्रिल आयोजित किया गया। इस एक्सरसाइज में घटनास्थल से लोगों को सुरक्षित निकालने, राहत शिविर तक लाने, मेडिकल सुविधाएं और भोजन पानी की व्यवस्था शामिल रही। इसमें लोगों को आपदा के समय बचने और सावधानी बरतने के तरीके भी बताए गए।
लगभग 2 घंटे चली इस मॉक ड्रिल में सबसे पहले झुमका मैदान में भूकंप की स्थिति में भगदड़ को रोकने और लोगों को शांत रहने का अभ्यास किया गया। यहां नोडल अधिकारी नायब तहसीलदार समीर शर्मा रहे। आपदा नियंत्रण कक्ष में आपदा की जानकारी के साथ सहायता भेजने सूचित किया गया। जिला कार्यालय नगर सेनानी में स्टेजिंग एरिया बनाया गया था जहां से घटनास्थल को खाली कराने के लिए रेस्क्यू टीम को भेजा गया। स्टेजिंग एरिया में ही सभी रिस्पांडर एकत्रित होते हैं और निर्देश मिलते से सहयोग के लिए रवाना किए जाते हैं। यहां नोडल तहसीलदार बैकुंठपुर मनहरण सिंह राठिया को बनाया गया था। इसके बाद लोगों को राहत शिविर लाया गया जहां मेडिकल सुविधाएं और उनके ठहरने, भोजन पानी की व्यवस्था की गई थी। राहत शिविर में नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर अमित सिन्हा और मेडिकल एड हेतु डॉ प्रिंस जयसवाल नोडल रहे।
दूसरे चरण में बाढ़ के कारण घरों की छतों पर और नदी या तालाब में फंसे लोगों के बचाव की एक्सरसाइज की गई। यहां बाढ़ बचाव केंद्र में नोडल नायब तहसीलदार मनोज पैंकरा, सर्च एंड रेस्क्यू में नोडल नायब तहसीलदार भीष्म पटेल को बनाया गया। इस पूरी मॉक ड्रिल में कार्यरत सभी अधिकारियों कर्मचारियों और जवानों ने बेहद फुर्ती और सजगता से काम किया। पूरी मॉक ड्रिल के इंसीडेंट कमांड ऑफिसर संयुक्त कलेक्टर अनिल सिदार रहे।कलेक्टर विनय कुमार लंगेह और एसपी त्रिलोक बंसल ने स्वयं झुमका बांध में मॉक ड्रिल का निरीक्षण किया। इस मौके पर एसडीएम श्रीमती अंकिता सोम, डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट श्री शेखर बोर्नवरकर एवं जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। साथ ही स्थानीय नागरिक भी उपस्थित रहे।
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