कोरबा जिले के कटघोरा वन परिक्षेत्र में बुधवार की रात 45 हाथियों के झुंड ने आमाटिकरा गांव को चारों ओर से घेर लिया। इससे गांववाले दहशत में आ गए। ग्रामीणों ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस और वन विभाग की टीम को दी। जिसके बाद तत्काल वनकर्मी गांव में पहुंचे और हाथियों को मशाल जलाकर और व्हिसल बजाकर खदेड़ा।
कटघोरा वनमंडल के केंदई रेंज वन परिक्षेत्र अधिकारी अभिषेक दुबे ने बताया कि रात के वक्त 45 हाथियों का झुंड जंगल से सटे गांव आमाटिकरा के बहुत पास आ गया था। हालांकि वन विभाग के कर्मचारियों की मदद से हाथियों को एतमा के जंगल की ओर खदेड़ा गया। वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा लगातार गांव के आसपास मुनादी कराई जा रही है, ताकि कोई ग्रामीण जंगल की ओर ना जाए।
कटघोरा वन परिक्षेत्र में 30 से 40 हाथियों का झुंड डेरा जमाए हुए है। इसके चलते ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। मंगलवार को भी हाथियों के झुंड ने बनिया गांव के गौठान में रखे चारे को चट कर दिया था। झुंड में हाथी के 4 बच्चे भी शामिल थे। गांव में हाथियों के घुस जाने की खबर तुरंत गांववालों ने वन विभाग को दी थी, जिसके बाद मौके पर पहुंचकर वनकर्मियों ने हाथियों को खदेड़ा था।
हाथियों ने कटघोरा वनमंडल में डाला डेरा।
दरअसल कटघोरा वनमंडल के बनिया गांव में कुछ दिनों पहले हाथी के बच्चे को ग्रामीणों ने मौत के घाट उतार दिया था। इस मामले में वन विभाग ने एक नाबालिग समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया था। हालांकि मुख्य आरोपी अभी भी फरार है, तब से 30 से 40 हाथियों का झुंड जंगल से सटे गांव के आसपास ही विचरण कर रहा है। ग्रामीण हाथियों के डर से घर से निकलने में भी डर रहे हैं।वन विभाग की चेतावनी के अनुसार वे जंगल की ओर भी नहीं जा रहे हैं कि कब हाथी उन पर हमला कर दें और उन्हें अपनी जान से हाथ धोना पड़े। ग्रामीणों ने बताया कि कटघोरा वनमंडल जंगली हाथियों की शरणस्थली बन गया है, जिसके चलते ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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