धमतरी, 2नवंबर। जिले के दुगली वन परिक्षेत्र के ग्राम दिनकरपुर में सिकासेर दल के 33 हाथियों ने31 अक्टूबर की रात जमकर उत्पात मचाया। किसानों की खड़ी फसल को तहस-नहस कर दिया है। तीन किसानों की 10 एकड़ की फसल की क्षति हुई है।
रैनूराम मरकाम की चार एकड़ खड़ी एवं कटी फसल, पुनीत राम नेताम की दो एकड़ और पार्वती नेताम की चार एकड़ खड़ी धान फसल को हाथियों ने रौंदकर और खाकर नुकसान पहुंचाया है। इससे किसान चिंतित हो गए हैं। किसानों ने बताया कर्ज लेकर धान फसल तैयार किए थे। सहकारी बैंक के साथ साहूकारों से कर्ज लेकर फसल लगाई थी। परिवार चलाने की चिंता है।
किसानों ने बताया 31 अक्टूबर की संध्या सात बजे के आसपास 33 की संख्या में हाथी आए और जंगल से लगे खेतों में प्रवेश किया। 10 एकड़ की फसल को तबाह कर दिया। किसानों व्दारा हाथियों को खदेड़ने का प्रयास जरूर किया गया, पर सफलता नहीं मिली। इस दौरान गजराज वाहन के साथ वनविभाग की टीम भी पहुंची। हाथियों की संख्या के सामने कमजोर साबित हुए। बहुत समय गुजरने के बाद जब मशाल, फटाके का उपयोग किया गया तब जाके हाथी खेतों से बाहर निकले। जब तक किसानों की 10 एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी थी। हाथियों की आतंक से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। जानमाल का नुकसान का डर हमेशा बना हुआ है। रविवार को ग्राम गोहाननाला के खेतों में पहुंकर हाथियों ने नुकसान पहुचाया था। फिलहाल जबर्रा जंगल के आसपास हाथियों का डेरा है। क्षेत्र के किसान दुगली परिक्षेत्र अधिकारी से नाराजगी है। नुकसान के लिए अभी तक स्थल निरीक्षण नहीं होने पर किसान दुखी है।
पूर्व में हाथियों व्दारा किसानों की नुकसान का पर्याप्त मात्रा में मुआवजा नहीं मिलने से किसान नाराज हैं। इस दौरान दिनकरपुर के किसान मुन्नालाल नेताम, मदन मरकाम, सुंदरू मरकाम, भरूऊ राम ओटी, मिथलेश सोरी ने गांवों में विभागीय गश्त बढ़ाने की मांग सहित पीड़ित किसानों को तत्काल मुआवजा देने की मांग की है।
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