कबीरधाम के 19 उपर्जान केन्द्रों में शुरू हुआ धान खरीदी का महापर्व

कवर्धा। पूरे प्रदेश के साथ कबीरधाम जिले में भी राज्य सरकार के निर्देश पर समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का महापर्व प्रांरभ हो गया है। किसानों के हित और उनके कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष एक माह पहले अर्थात तीस दिन पहले ही धान खरीदी शुरू की गई है। पहले धान खरीदी की शुरूआत 1 दिसंबर से होती थी। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने मंगलवार को धान खरीदी के पहले दिन जिले के लालपुर कला, खैरबनाकला, सोनपुरी रानी सागर और पिपरिया सहित विभिन्न धान खरीदी केन्द्रों का अवलोकन किया। धान खरीदी के पहले दिन किसानों के चेहरे में धान खरीदी के महापर्व को लेकर उत्साह का वातावरण बना हुआ है। समिति प्रबंधकों एवं अध्यक्षों सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनधियों द्वारा छत्तीसगढ़ महतारी की विविधत पूजा अर्चना कर धान खरीदी का महापर्व मनाया गया। कलेक्टर महोबे ने भी अवलोकन के दौरान लालपुर कला में विविधत पूजा अर्चना में शामिल हुए।

कलेक्टर महोबे ने सर्मथन मूल्य पर पहले दिन धान बेचने आए सभी पंजीकृत किसानों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई और शुभकामनाएं भी दी। कलेक्टर ने कवर्धा में के पीजी कालेज मैदान में आयोजित होने वाले राज्योत्सव मेले में शामिल होने के लिए किसानों को अपनी तरफ से न्यौता भी दिया। कलेक्टर ने कहा कि राज्य शासन के निर्देश पर खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 के लिए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरूआत आज 1 नवम्बर से होने हो गई है। कलेक्टर ने बताया कि जिले में 90 सेवा सहकारी समितियों के अंतर्गत कुल 103 धान उपर्जान केन्द्र बनाए गए है, जिसके माध्यम से जिले के सभी पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जाएगी। इस वर्ष जिले में 1 लाख 22 हजार 332 किसानो ने अपना पंजीयन कराया है। उन्होने कहा कि जिले में शांति पूर्ण एवं  सुचारू रूप से धान खरीदी कराने के लिए जिले के सभी 103 उर्पाजन केन्द्रों में एक-एक जिला स्तरीय नोडल अधिकारी बनाए गए है, जो अपने-अपने उर्पाजन केन्द्रों में शांति एवं सुचारू रूप से धान खरीदी कार्यों का संपादित कराएंगे। इसके अलावा किसानों को उनके धान बेचने में होने वाली सभी तकनीकि खामियों एवं त्रुटियों को सुधार कराने के लिए उन्हे जिम्मेदारी दी गई है। कलेक्टर ने बताया कि जिले के सभी पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जाएगी। किसी भी किसानों को अनावश्यक परेशान होने की जरूरत नहीं है। जिला प्रशासन स्तर पर सभी त्रुटियों से सुधार करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। जिसमें सबंधित एसडीएम, तहसीलदार और पटवारियों की ड्यूटी लगाई गई है।



कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देश पर जिले के सभी धान खरीदी केन्द्रों में आवश्यक तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू होने ठीक एक दिन पहले कबीरधाम जिले के 19 धान खरीदी केन्द्रो में 44 किसानों ने धान बेचने के लिए टोकन लिया था। वहीं किसान टोकन तुहर हाथ ऑन लाईन एप्स के माध्य से आज पांच किसानों ने टोकन प्राप्त कर धान बेचने आए थे।  इन किसानों से पहले दिन 1 हजार 466 क्विंटल धान की खरीदी होगी।

15 नवम्बर के बाद से जिले के सभी धान खरीदी केन्द्रों में धान की आवक  
कबीरधाम जिले में एक नवम्बर से पहले सिर्फ 2 प्रतिशत धान की हुई कटाई, इसलिए सिर्फ 19 समितियों में 1 हजार 466 क्विंटल धान खरीदी के लिए टोकन जारी।

कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारियों ने बताया कि कबीरधाम जिले में बहुतायात मात्रा में इस वर्ष देर से पकने वाले किस्मों की धान की बोबाई की गई है। साथ ही इस वर्ष लगातार बारिश होने से खेत सुख नहीं पाए है, अधिक गिली होने की वजहो से धान की कटाई नहीं हो पाई है। इधर कृषि उपसंपचालक राकेश शर्मा ने बताया कि जिले में मात्रा 2 प्रतिशत धान की कटाई हुई। आने वाले 15 दिनों के बाद जिले में धान कटाई का प्रतिशत लगातार बढ़ते जाएगा। आने वाले 15 नवम्बर के बाद जिले के सभी धान खरीदी केन्द्रों में सुचारू रूप से धान की आवक होने लगेगी। कलेक्टर महोबे के निर्देश पर जिले के सभी 103 धान उपार्जन केन्द्रों में आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है।  

कलेक्टर जनमेजय महोबे ने बताया कि इस वर्ष जिले के 103 धान उर्पाजन केन्द्रों में किसी भी स्थल का परिवर्तन नहीं होगा। पिछले वर्ष स्थलों को धान खरीदी केन्द्र बनाए गए थे, उसी स्थलों पर अपनी तैयारियों रखे। खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में पंजीकृत एक लाख 22 हजार 332 किसान है। कुल रकबा 1 लाख 8 हजार 690 हेक्टर है। कबीरधाम जिले में 90 समिति और 103 धान उपार्जन केन्द्र है। जिले में इस वर्ष 4 लाख 67 हजार में टन धान की खरीदी की जाएगी।

कलेक्टर महोबे ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि नोडल अधिकारी नियमित रूप से धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण करें और किसी भी तरह की अनियमितता, अव्यवस्था की जानकारी एसडीएम को दे। खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में धान खरीदी के लिए धान मानक तय करते हुए एमएसपी और एफएक्यू मापदण्ड तय किया गया है। निर्धारित मापदण्ड के आधार पर साफ सुधरे और मानक धान की खरीदी की जाएगी। धान की गुणवत्ता से समझौते नहीं किए जाएगे। कलेक्टर ने कहा कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी धान खरीदी की व्यवस्था रहेगी। एक हैक्टेयर से कम वाले छोटे किसानों को एक बार में धान खरीदी होगी। इसी तरह सीमांत किसानों से दो बार में खरीदी की जाएगी। सीमांत किसानों को तीसरा टोकन काटने के लिए नोडल अधिकारी से परीक्षण कराए जाएंगे।

कलेक्टर माहेबे ने अन्य राज्य से और कोचियों, बिचौलियों के माध्यम से अवैध धान की आवक पर रोक लगाने, किसान पंजीयन के सम्बंध में, बारदानों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित कराने तथा धान खरीदी के सम्बंध में प्रत्येक धान खरीदी केंद्र में तैयारियां सुनिश्चित करने के सम्बंध में विस्तृत समीक्षा की एवं संवेदनशील केंद्रों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने समय पर मिलिंग के लिए पंजीयन कार्य पूर्ण करने तथा मिलर्स बारदाने के संग्रहन के सम्बंध में जिला खाद्य अधिकारी एवं बारदानों के उठाव के सम्बंध में जिला विपणन अधिकारी को निर्देशित किया। संग्रहण केंद्र में पानी व्यवस्था, लाइट व्यवस्था, शौचालय, आद्रता मापी मशीन, डैनेज व्यवस्था, तिरपाल व्यवस्था, जमाल व्यवस्था, स्टैकिंग व्यवस्था की तैयारी सुनिश्चित करने निर्देश दिए। जिले के पडोसी राज्यों एवं पडोसी जिलों से आने वाले धान के अवैध परिवहनों को रोकने के लिए अंतर्राज्जीय सीमा 12 अलग-अलग चेक पोस्ट तैयार किए गए है और  अन्य मार्गों पर भी कड़ी निगरानी के लिए आवश्यक व्यवस्था बनाई गई है।