नई दिल्ली,30 अक्टूबर । देवर संग इश्क में पति रोड़ा बन रहा था. पति को रास्ते से हटाने के लिए महिला ने खौफनाक चाल चली. जहर देकर पति को मार डाला. हैवानियत की हदें पार करते हुए देवर और चाचा ससुर के साथ मिलकर उसकी गर्दन धड़ से अलग कर दी. यही नहीं, डेढ़ साल तक पति के शव को घर में ही भूसे में छिपाकर रखे रही. फिर पति के कंकाल को जंगल में फेंक दिया. यहीं से महिला की पोल खुल गई. पुलिस शव को बरामद किया है. हत्या के आरोप में महिला सहित 4 आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. अभी भी दो आरोपियों की तलाश जारी है. रोंगटे खड़े कर देने वाली हत्या की वारदात मध्य प्रदेश के रीवा जिले की है. दरअसल, प्रेम प्रसंग में युवक की हत्या रीवा जिले के मऊगंज थाने के उमरी गांव में साल 2021 में हुई थी.
यहां रहने वाले 40 वर्षीय रामसुशील पाल की पहली पत्नी मौत हो गई थी. फिर उसने दूसरी शादी की थी. दूसरी पत्नी का नाम बिटोल उर्फ रंजना पाल था. शादी के दो साल बाद रंजना का अपने देवर गुलाब पाल से प्रेम प्रसंग शुरू हो गया. इस बात की भनक लगने पर रामसुशील और रंजना के बीच आए दिन झगड़ा होने लगा था. ऐसे में रंजना और गुलाब ने मिलकर रामसुशील को रास्ते से हटाने के प्लान बनाया. दोनों ने सोचा रामसुशील नहीं रहेगा तो उसकी संपत्ति भी उन्हीं की हो जाएगी. फिर इस प्लान में रामसुशील की पत्नी रंजना और भाई गुलाब ने दूसरे भाई अंजनी पाल और चाचा रामपति पाल सहित 2 अन्य लोगों को भी शामिल कर लिया.
करीब डेढ़ साल पहले रामसुशील की हत्या की गई थी. सबसे पहले पत्नी ने उसे समोसे में चूहे मारने वाला जहर मिलाकर खिला दिया. इसे खाने के कुछ देर बाद ही रामसुशील की मौत हो गई. फिर गुलाब और अंजनी पाल ने मिलकर रामसुशील के शरीर के दो टुकड़े कर दिए. सिर और धड़ अलग-अलग करने के बाद बोरे में भरा और भूसे के ढेर में छिपा दिया. हत्या को डेढ़ साल पूरा होने को आया था. जिस भूसे के ढेर में सिर और धड़ को छिपाकर रखा था, वो भी धीरे-धीरे खत्म होने लगा. एक बार फिर से लाश को ठिकाने लगाने की बात आरोपियों के सामने आ खड़ी हुई. इन लोगों ने सोचा कि अब तो लाश पूरी तरह से खराब हो चुकी है. 25 अक्टूबर को लाश को भूसे से निकालकर भाटी के जंगल में फेंक आए. इसके कुछ दिन बाद रंजना रीवा छोड़कर मिर्जापुर (यूपी) चली गई.
कुछ दिनों पहले रीवा पुलिस को जंगल में नर-कंकाल मिलने की जानकारी मिली. मौके पर पहुंची पुलिस ने कंकाल को पोस्ट मार्टम के लिए भिजवाया. गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल में कंकाल की फोरेंसिक जांच कराई गई. पुलिस के लिए मुश्किल हो रहा था कि यह किसका है. फिर पुलिस ने आस-पास के इलाकों में पूछताछ शुरू की. इस दौरान पुलिस को डेढ़ साल पहले गायब हुए रामसुशील के बारे में पता चला. उसके गांव के लोगों ने बताया कि वह अब दिखाई नहीं देता. उसकी पत्नी भी कुछ दिनों पहले यहां से चली गई है.
ज्यादा जानकारी जुटाने पर पुलिस की एक टीम मिर्जापुर गई और रंजना को अपने साथ ले आई. सख्ती से पूछताछ की गई तो पूरा सच सामने आ गया. प्रेम-प्रसंग और संपत्ति के लिए रामसुशील की हत्या की बात उसने कुबूल की. देवर, चाचा और बाकी के आरोपियों के नाम भी पुलिस को बता दिए. पुलिस ने मृतक के भाई, चाचा सहित एक अन्य को गिरफ्तार किया. वहीं, दो आरोपियों की तलाश अभी भी की जा रही है. पूरे मामले पर रीवा एसएसपी नवनीत भसीन ने बताया कि नरकंकाल मिलने के बाद पुलिस ने मऊगंज थाने में धारा 302, 201 का अपराध दर्ज कर जांच शुरू की गई थी. आरोपी पत्नी ने देवर के साथ मिलकर पति की हत्या की. पत्नी ने लाश के टुकड़ों को बोरे में भरकर डेढ़ साल तक भूसे मे छिपाए रखा था. इसके बाद साक्ष्य छिपाने के लिए नरकंकाल को जंगल में फेंककर फरार हो गए थे. पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि 2 की तलाश की जा रही है.
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