एमपी। इंदौर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर परिसर में फूल-प्रसाद की महज 69.53 वर्गफीट की दुकान लेने के लिए एक शख्स ने 1.72 करोड़ रुपये की बोली लगा डाली. 30 साल के लिए यह छोटी सी दुकान पट्टे पर दी गई है. टेंडर में बोली की राशि सुनने के बाद रियल एस्टेट क्षेत्र के दिग्गज भी भौचक्के रह गए. मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में इस सौदे को प्रॉपर्टी के सबसे महंगे सौदों में से एक माना जा रहा है. दरअसल, खजराना गणेश मंदिर परिसर में खाली पड़ी दो दुकानों को बेचने के लिए इंदौर विकास प्राधिकरण (IDA) के माध्यम से टेंडर जारी किए गए थे. मंदिर प्रबंधन समिति की शर्तों के मुताबिक दुकान में फूल, प्रसाद और पूजन सामग्री ही बेची जा सकती है. 36 वर्गफीट की दुकान नंबर-1 (A) और 69.53 वर्गफीट की दुकान नंबर-20 (A) के लिए न्यूनतम आरक्षित कीमत 30 लाख रुपए रखी गई थी. लेकिन जब टेंडर खोला गया तो प्रशासन और प्राधिकरण के अधिकारी भी हैरान रह गए. क्योंकि एक शख्स ने 69.53 वर्गफीट की दुकान के लिए सबसे ज्यादा राशि 1 करोड़ 72 लाख रुपए की बोली लगा डाली. यानी इस दुकान की कीमत करीब 2.47 लाख रुपए प्रति वर्गफीट आई है. वहीं, 36 वर्गफीट की दुकान के लिए 22 लाख रुपए कीमत लगाई गई.
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खजराना मंदिर के मुख्य पुजारी अशोक भट्ट ने बताया कि इंदौर विकास प्राधिकरण ने खाली पड़ी दो दुकानों के टेंडर जारी किए थे. जिसमें पहले नंबर की दुकान खजराना के ही रहने वाले व्यापारी देवेंद्र राठौड़ को 1 करोड़ 72 लाख 1557 रुपए में 30 साल की लीज पर दी गई है. पुजारी के मुताबिक, देवेंद्र राठौड़ की इसी परिसर में 13 नंबर की दुकान भी है. इस टेंडर में लगाई गई बोली की राशि को व्यापारी ने एक महीने के भीतर देने का समय दिया है. यह राशि खजराना गणेश प्रबंध समिति में जमा होगी. गौरतलब है कि खजराना गणेश मंदिर में हर रोज देश-दुनिया से बड़ी तादाद में श्रद्धालु आते हैं और मंदिर परिसर की 60 दुकानों में फूल, प्रसाद और पूजन सामग्री की जमकर बिक्री होती है. एक दुकानदार की मानें तो हर दुकान की 15–20 हजार रुपए की प्रतिदिन की बिक्री होती है. खास बात यह है कि सबसे आखिर में आने वाली दुकानों पर सबसे ज्यादा बिक्री होती है. यही कारण है कि इस परिसर में सबसे अंतिम की दुकान नंबर-1 (A) की बड़ी बोली लगाई गई है.
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