Interpol General Assembly : PM मोदी बोले- टेरर फंडिंग पर लगे कड़ी रोक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित इंटरपोल महासभा का शुभारंभ किया. 90वीं इंटरपोल महासभा का आयोजन प्रगति मैदान (Pragati Maidan, New Delhi) में हो रहा है, जिसमें इंटरपोल के 195 सदस्य देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने (Prime Minister narendra Modi) इंटरपोल महासभा को संबोधित भी किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समय देश के गृह मंत्री अमित शाह भी उनके साथ मौजूद रहे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए चुनौती है. ऐसे में टेरर फंडिंग पर रोक लगाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए. इस पर सख्ती से रोक लगानी चाहिए.

शांति की स्थापना के लिए दिया बड़ा बलिदान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत का यूएन मिशन में बड़ा योगदान रहा है. उन्होंने कहा कि भारतीयों में दुनिया में शांति की स्थापना के लिए बड़ा बलिदान दिया है. 90वीं इंटरपोल महासभा को संबोधित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत आजादी के 75 वर्ष मना रहा है और ये हमारे लोगों, संस्कृति और उपलब्धि का उत्सव है. ये समय हमें पीछे देखने का है कि हम कहां से आए और आगे देखने का है कि हम कहां तक जाएंगे. 

पुलिस लोगों की रक्षा करने के साथ सामाजिक कल्याण में भी हिस्सेदार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इंटरपोल एक ऐतिहासिक मील के पत्थर के करीब पहुंच रहा है. 2023 में, यह अपने 100 साल पूरे करेगा. यह दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए सार्वभौमिक सहयोग का आह्वान है. भारत संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान में शीर्ष योगदानकर्ताओं में से एक है. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान में बहादुर लोगों को भेजने में शीर्ष योगदानकर्ताओं में से एक है. अपनी आजादी से पहले भी, हमने दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए बलिदान दिया है. भारतीय पुलिस बल 900 से अधिक राष्ट्रीय और 10,000 राज्य कानूनों को लागू करता है. उन्होंने कहा कि दुनिया भर में पुलिस बल न केवल लोगों की रक्षा कर रहे हैं, बल्कि सामाजिक कल्याण को आगे बढ़ा रहे हैं.

भारत दुनिया के लिए केस स्टडी

90वीं इंटरपोल महासभा को संबोधित करते प्रधानमंत्री ने कहा कि विविधता और लोकतंत्र को कायम रखने में भारत दुनिया के लिए एक केस स्टडी है… पिछले 99 वर्षों में इंटरपोल ने 195 देशों में विश्व स्तर पर पुलिस संगठनों को जोड़ा है. यह कानूनी ढांचे में अंतर के बावजूद है.

प्रधानमंत्री के साथ गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 90वीं इंटरपोल महासभा की शुरुआत में सभी देशों के प्रतिनिधियों के साथ तस्वीर भी खिंचवाई. भारत में इंटरपोल महासभा का आयोजन 25 साल के बाद हो रहा है. आखिरी बार साल 1997 में भारत में इंटरपोल महासभा का आयोजन किया गया था.

इंटरपोल क्या है?

इंटरपोल का पूरा नाम  International Criminal Police Organization है. जो वैश्विक पुलिस संस्थान के तौर पर काम करता है. इसका मुख्यालय फ्रांस के लियोन में है. वहीं, दुनिया के 7 अलग-अलग हिस्सों में इसके ब्यूरो कार्यालय हैं. इंटरपोल को वैश्विक स्तर पर अपराधियों को पकड़ने, उनका डेटाबेस तैयार करने में महारत हासिल है. इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर घोषित होने का मतलब है कि दुनिया के हर देश की एंट्री-एग्जिट पॉइंट पर अपराधी के नाम का नोटिस लग जाना. ऐसे में इंटरपोल की नजर से बचकर कोई अपराधी देर तक भाग नहीं पाता है.