बिलासपुर,18 । बिलासपुर की नायब तहसीलदार श्वेता यादव के खिलाफ मोहम्मद शाहनवाज़ की शिकायत को कमिश्नर डॉ .संजय अलंग ने गम्भीरता से लिया है । बिलासपुर कलेक्टर को जाँच का आदेश दिया है…
आपको बता दें कि नायब तहसीलदार श्वेता यादव के ख़िलाफ़ मोहम्मद शाहनवाज़ ने राजस्व मामलों में अनियमितता की गम्भीर शिकायत प्रस्तुत किया था। श्वेता यादव पर महँगी-महँगी विदेशी गाड़ियों में घूमने एवं आय से अधिक सम्पत्ति का आरोप लगाया था। श्वेता यादव लगातार पाँच साल से एक ही तहसील में जमी हुई है। देखा जाये तो एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार तक बदल गए मतलब सबका ट्रांसफ़र हो गया,लेकिन श्वेता यादव का ट्रांसफ़र नहीं हुआ है। श्वेता यादव के पति के ऊपर भी भू माफिया एवं शहर में ज़मीनों पर क़ब्ज़ा करने का गंभीर आरोप लग चुका है। कई-कई थानों में नायब तहसीलदार के पति के ऊपर एफआइआर दर्ज हैं।
मोहम्मद शाहनवाज़ का आरोप है कि इसके बाद भी बिलासपुर कलेक्टर ने श्वेता यादव को बिलासपुर में ही स्थापित कर रखा है। शहर में उसका पति ज़मीन दलाली करता है। विवादित ज़मीनों का काम करता है। ज़मीनों पर क़ब्ज़ा करने के लिए गैंग बनाकर रखा हुआ है। जिसके कारण शहर में क़ानून व्यवस्था ताक पर लग चुकी है। आए दिन ज़मीन सम्ब्न्धी विवाद में लड़ाई झगड़ा आत्महत्याए हो रही है। उसके बाद भी सत्ता धारी दल के नेता और अधिकारी ऐसे विवादित नायब तहसीलदार को बिलासपुर नायब तहसीलदार बना कर बैठाकर रखें हुए हैं।
ऐसे में मुख्यमंत्री के आदेशों की धज्जियाँ उड़ रही है। बिलासपुर शहर में ज़मीनों का विवाद और लड़ाई झगड़ा जब तक खत्म नहीं होगा तब तक शहर में गैंगवार चलता रहेगा और शहर में शांति व्यवस्था नहीं बन पायेगी।फ़िलहाल विवादों और सुर्खियो में बने रहने वाले नायब तहसीलदार की शिकायत आयुक्त से होने के बाद राजस्व विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
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