छत्तीसगढ़ के रिटायर्ड आईपीएस के खिलाफ एफआईआर दर्ज

रायपुर,17 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ के रिटायर्ड आईपीएस के खिलाफ भोपाल पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। बच्चों के साथ मारपीट करना यहां के एक्स आईपीएस को महंगा पड़ा गया है। बच्चों के परिजनों ने उनके खिलाफ पुलिस के पास जाकर शिकायत की है। हालांकि पुलिस इस मामले में बचने का प्रयास करती रही, लेकिन विवाद बढ़ा तो केस दर्ज करना पड़ा।यह मामला पूर्व एडीजी एमडब्लू अंसारी से जुड़ा है। रिटायर होने के बाद से अंसारी इस वक्त परिवार के साथ भोपाल में रह रहे हैं। उनके खिलाफ कोहेफिजा थाने में शिकायत दर्ज की गई है।

जानकारी के मुताबिक भोपाल के सैफिया कॉलेज के पास एमडब्ल्यू अंसारी रहते हैं। उनके घर के बाहर अफजल अली समेत तीन नाबालिग शोर मचा रहे थे। बच्चों की ये मस्ती अंसारी को रास न आई और वो घर से बाहर निकले और बच्चों को डांटकर भगाने लगे। बच्चे नहीं मानें तो तीनों नाबालिग को अंसारी ने पीट दिया तो नाबालिगों ने भी अंसारी पर हाथ उठा दिया, इससे झुंझलाए अंसारी ने डंडे से एक बच्चे को मार दिया। इससे बच्चे के सिर में चोट आई है। इसके बाद उनके परिजन इकट्ठा हो गए, उन्होंने भी अंसारी से अभद्रता की। नाबालिग के परिजनों ने इस मामले में कोहेफिजा ने थाने में शिकायत की है। पुलिस ने दोनों पक्षों का मेडिकल कराने के बाद दोनों पर मारपीट का मामला दर्ज किया है।

गौरतलब हो कि अंसारी 1984 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं, प्रदेश में कई जिलों के वो एसपी रहे और पुलिस मुख्यालय में डीजीपी की रेस का अधिकारी उन्हें माना जाता रहा है हालांकि बनने की बारी आई तो प्रदेश सरकार ने एएन उपाध्याय के नाम पर मुहर लगा दी थी। एमडब्ल्यू अंसारी के पिता का नाम अहमद अली अंसारी और माता का नाम फतह मदीना बेगम था। इनके पिता बंगाल पुलिस में अफसर थे। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पढ़ाई के बाद 1984 में यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईपीएस बने। पहली पोस्टिंग मध्यप्रदेश के सागर जिले में हुई, उसके बाद 2000 में मध्यप्रदेश राज्य से अलग हुए नए निर्मित राज्य छत्तीसगढ़ में डीआईजी आर्म्ड फोर्स के पद पर पोस्टिंग मिली। 2017 में अंसारी रिटायर हुए। अंसारी को 2001 में सराहनीय सेवा और सन 2011 मे विशिष्ट सेवा में राष्ट्रपति पुलिस मेडल मिले थे।