सुकमा : मध्याह्न भोजन रसोइया संघ ने राष्ट्रीय राजमार्ग में किया चक्काजाम

सुकमा, 15 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ स्कूल मध्याह्न भोजन रसोइया संघ अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे हुए हैं। शुक्रवार को जिला मुख्यालय में समस्त रसोइयों ने रैली निकालकर शहर का भ्रमण करते हुए मलकानगिरी चौक पहुंचे। यहां कुछ देर तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैठकर चक्काजाम कर दिया। चक्का जाम की सूचना मिलते ही एसडीएम प्रीति दुर्गम और एसडीओपी परमेश्वर तिलकवार मौके पर पहुंचे। जहां रसोईया संघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर मांग पूरी करने की अपील की।

रसोइया संघ के संभागीय अध्यक्ष बलराज ठाकुर और पदाधिकारियों ने बताया 1995 से स्कूल शिक्षा विभाग अंतर्गत प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बनाते आ रहे हैं। वे 15 रुपये रोजी से लेकर कार्य करते आ रहे हैं। वर्तमान में 50 रुपये रोजी दिया जा रहा है, जो काफी कम है। रसोइया का कार्य पाठ शाला खुलने से लेकर पाठशाला बंद होने तक चलता है। इसके बाद भी उन्हें अंशकालीन के रूप में रोजी दी जा रही है। इसके चलते वे पूर्णकालिक कर्मचारी घोषित करने, कलेक्टर दर पर मानदेय दिए जाने व बिना ठोस कारण के काम से न निकालने की मांग कर रहे हैं। उनकी मांग को लेकर 05 मार्च को हाईकोर्ट ने निर्देश भी दिया है कि स्कूल मध्यान्ह भोजन रसोईया को प्रतिमाह नौ हजार 180 रुपये दिया जाये।

जिला अध्यक्ष सामनाथ नाग और उपाध्यक्ष सोनू राम यादव ने कहा कि महंगाई के दौर में रसोइया काम करने का मजबूर है, 50 रुपये की रोजी में न घर की जरूरतें पूरी हो पा रही हैं और न ही बच्चों को शिक्षा दे पा रहे हैं। लंबे समय से संघ कलेक्टर दर की मांग करते आ रहा है। लेकिन कोई भी सरकार हमारी जायज मांगों को पूरा नहीं कर रही है।