कानपुर के पनकी में पांडु नदी पुल के नीचे शुक्रवार देर रात एक मानसिक विक्षिप्त युवक जंजीर से बंधा मिला। पुल के नीचे उतरी पुलिस युवक को भूत समझ बैठी। सूचना पर मौके पर पहुंचे इंडस्ट्रियल एरिया चौकी इंचार्ज ने विक्षिप्त युवक को समझाया। पुलिस टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद उसे काबू कर पैरों में बंधी जंजीर का ताला तोड़ उसे बंधन मुक्त किया। इसके बाद उसे रस्सी के सहारे बाहर निकाला।
पानी पिलाओ- पानी पिलाओ की आ रही थी आवाज
शुक्रवार देर रात कपली मोड़ पर खड़े पीआरवी के कमांडर विजय कुमार, सब कमांडर वीरेंद्र कुमार और चालक शिव प्रबल प्रताप सिंह ने पास स्थित पांडु नदी पुल के नीचे से किसी व्यक्ति की चीखने की आवाजें सुनीं। पहले तो चीखने की आवाज पीआरवी टीम को किसी महिला की लगी। लेकिन पास पहुंचने पर पीआरबी टीम ने टॉर्च की रोशनी से नीचे देखा तो एक युवक पानी पिलाओ -पानी पिलाओ की आवाज लगा रहा था। मौके पर पहुंचे चौकी इंचार्ज सतीश कुमार के हमराह महेंद्र एक अन्य मजदूर के साथ पुल के नीचे उतरे। जहां पिलर के गटर पर जंजीर से बंधे एक मिट्टी लपेटे युवक को देख उसे भूत समझ अवाक रह गए। पुलिस से बातचीत करने पर युवक गाली गलौज करते हुए हमलावर हो गया। बाद में शांत होने पर युवक ने अपना नाम बिहार के समस्तीपुर निवासी पवन बताया।
10 सितंबर को पिलर पर बंधा मिला था
विक्षिप्त युवक पवन के पिता राजू सैनी लगभग 2 साल पहले उसे छोड़कर कहीं चले गए थे। इसके बाद वह भटकते हुए चकरपुर मंडी आ गया था। जहां पर वह पल्लेदारी करने लगा। पनकी इंस्पेक्टर अंजन कुमार सिंह ने बताया कि युवक को बहता हुआ पानी देखना बहुत पसंद है। जिसके चलते 10 सितंबर को भी पांडु नदी के नीचे पिलर पर बंधे पवन को सचेंडी पुलिस ने मुक्त कराया था।
खुद को जंजीर से बांधा, चाबी फेंक दी
पांडु नदी पुल के नीचे कांटा में जंजीर से बंधे युवक ने पूछताछ में बताया कि उसने यहां खुद को जंजीर से बांध रखा है। जंजीर में ताला लगाने के बाद उसने चाबी भी फेंक दी। इसके बाद पुलिस ने उसे मुक्त कराया।
20 दिन से जंजीर से बंधे रहने की बात कही
पुलिस की पूछताछ में विक्षिप्त युवक ने बताया कि उसने खुद को 20 दिन से बंधक बनाकर रखा है इस दौरान वह सिर्फ थूक निगलते की बात कही। पुलिस को युवक के आसपास 10 और 20 के कुछ फटे नोट भी मिले।
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