आदिपुरुष को लेकर लगातार विवाद जारी है। टीजर आने के बाद से किरदारों के लुक को लेकर बवाल मचा हुआ है। रामानंद सागर के रामायण के कलाकारों की भी इस पर प्रतिक्रिया आने लगी है। सीरियल में लक्ष्मण बने सुनील लहरी ने कहा कि आदिपुरुष में जिस तरह वीएफएक्स का इस्तेमाल किया गया है वह उनके लिए पचा पाना मुश्किल है। अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में सुनील कहते हैं कि रामायण सीरियल में कोई कार्टूनिश इफेक्ट या मजाक नही था। आजकल के लोग अपने काम का प्रभाव नहीं छोड़ना चाहते।
‘कार्टून जैसा इफेक्ट‘
दरअसल आदिपुरुष में वीएफएक्स का सबसे ज्यादा मजाक उड़ा है। टीजर आने के बाद से सोशल मीडिया पर यूजर्स इसे कार्टून फिल्म कहने लगे। डीएनए से बात करते हए सुनील कहते हैं, ‘निश्चित रूप से इसे (वीएफएक्स) पचा पाना मुश्किल है। देखिए उस समय (रामायण के दौरान) हम टेक्नोलॉजी में नए थे। हमने अपना पूरा जोर लगाया और सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की। यही वजह है कि 35 साल भाद भी लोग इसे सराहते हैं।‘
‘रामायण जैसा इतिहास दोहरा पाना मुश्किल‘
‘युवा पीढ़ी को नहीं लगता कि शो में कार्टूनिश इफेक्ट था या उसका मजाक उड़ाया गया। अगर इस तरह की टेक्नोलॉजी रही होती… तो हो सकता है सागर साहब कुछ और बनाते, और अच्छा बनाते। मुझे विश्वास है कि भले ही वीएफएक्स है, लेकिन सागर साहब ने जो हासिल किया है उसे दोहरा पाना मुश्किल होगा। पहले सब मैनुअल काम होता था, आज सब प्रीसेट्स है। भले ही हम ब्लू और ग्रीन स्क्रीन का इस्तेमाल करते थे लेकिन हम एक-एक डिटेल देखते थे और हम उतनी ही मेहनत करते थे। जिस सीक्वेंस में हनुमान जी राम और लक्ष्मण को कंधे पर उठाकर ले गए थे उस शॉट को शूट करने में हमें 4 दिन लग गए थे। ऐसी थी डिटेलिंग।
सीरियल की खास बातें
बता दें कि रामानंद सागर ने रामायण को लिखा और निर्देशित किया। सीरियल का प्रसारण साल 1987 में डीडी नेशनल पर शुरू हुआ। इसमें अरुण गोविल, दीपिका चिखलिया, सुनील लहरी, अरविंद त्रिवेदी और दारा सिंह ने मुख्य भूमिका निभाई थी।
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