कोरबा,06 अक्टूबर। जिले में हाथी के हमले में गुरुवार को मामा-भांजा घायल हो गया है। घटना बालको वन परिक्षेत्र की है। यहां नवाडीह गांव में रहने वाला शसेंद्र खलखो (35 वर्ष) अपने भांजे अशोक तिग्गा (25 वर्ष) के साथ बाइक पर भटगांव जंगल के रास्ते राशन लाने के लिए गए हुए थे। वापसी में नवाडीह जंगल के पास उनका सामना एक हाथी से हो गया। जब तक ये लोग बाइक को वहां से भगा पाते, हाथी ने गाड़ी के पीछे बैठे शसेंद्र को सूंड से उठाकर नीचे पटक दिया।
इधर चाचा शसेंद्र के बाइक से गिर जाने के बाद गाड़ी अनियंत्रित हो गए और बाइक चला रहा भांजा अशोक तिग्गा भी नीचे गिर पड़ा। जैसे-तैसे वो जान बचाकर वहां से भागा और घर पहुंचकर परिजनों को पूरी बात बताई। शसेंद्र की पत्नी रिंकी खलखो ने बताया कि भांजे अशोक के घटना की जानकारी देते ही वो गांववालों को लेकर मौके पर पहुंची, जहां उसका पति बेहोशी की हालत में मिला। तत्काल शसेंद्र और अशोक दोनों को जिला अस्पताल लाया गया। फिलहाल दोनों का इलाज जारी है।
इधर होश में आने पर शसेंद्र ने बताया कि हाथी ने जब उसे सूंड से उठाकर पटका, तो उसने अपनी सांस थोड़ी देर के लिए रोक ली। हाथी उसे मरा हुआ समझकर जंगल में लौट गया। इसके बाद वो कब बेहोश हुआ, उसे पता नहीं है। हाथी के हमले से उसके सिर और हाथ में गंभीर चोट आई है। बालको रेंजर संजय लकड़ा ने बताया कि नवाडीह गांव में हाथी के हमले से घायल हुए दोनों युवकों को 5 हजार रुपए की तात्कालिक सहायता दी गई है। ग्रामीणों को जंगल की ओर जाने से मना किया गया है, वहीं वनकर्मियों की ड्यूटी भी लगाई गई है।
जंगल में नहीं जाने की चेतावनी नहीं मान रहे लोग
कटघोरा वन परिक्षेत्र में 30 से 40 हाथियों के झुंड ने डेरा डाला हुआ है। हाथियों ने कई किसानों की सैकड़ों एकड़ फसलें बर्बाद कर दी हैं। वहीं लगातार जान-माल को भी नुकसान पहुंच रहा है। वन विभाग ने आसपास के गांवों में जंगल की ओर नहीं जाने की मुनादी करा दी है, उसके बावजूद लोग उस ओर जा रहे हैं और हाथियों के हमले के शिकार हो रहे हैं।