स्व. मुकुटधर पाण्डेय स्मृति सेवा समिति के व्यवस्थापन में लगाया गया नौ दिनों का निःशुल्क चिकित्सा शिविर

चंद्रपुर; 04 अक्टूबर 2022: क्वांर नवरात्र के पावन अवसर पर नवगठित जिला सक्ती के डभरा ब्लॉक में स्थित चंद्रपुर की प्रसिद्ध माँ चन्द्रहासिनी देवी मंदिर में अदाणी फाउंडेशन द्वारा आयोजित निःशुल्क चिकित्सा परामर्श शिविर आज संपन्न हो गया। नवरात्र में देवी दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओ एवं भक्तो को आकस्मिक स्वास्थ्य उपचार की जरुरत पड़ने पर त्वरित प्रथम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लगाया गया था। इस शिविर की शुरुआत नवरात्र के प्रथम दिन से की गयी थी। पूरे नौ दिनों तक चलाए गए इस शिविर में रायगढ़, सारंगढ़, सक्ति इत्यादि जिलों के आलावा पड़ोसी राज्य उड़ीसा से भी आए 1000 से अधिक भक्तों के प्राथमिक चिकित्सा सेवा की जरूरतों पूरा किया गया।

रायगढ़ एनर्जी जनरेशन लिमिटेड (आरईजीएल) के सौजन्य से दिनांक 26 सितंबर से 4 अक्टूबर 2022 तक रोजाना प्रातः 10 बजे से शाम 5 बजे तक चलने वाले इस नौ दिवसीय चिकित्सा शिविर का आयोजन स्व. मुकुटधर पाण्डेय स्मृति सेवा समिति के व्यवस्थापन में किया गया। मंदिर न्यास के न्यासियो द्वारा भी विशेष सहयोग शिविर संचालन के दौरान मिला।

इस उपलक्ष्य में व्यवस्थापन समिति के सचिव अजीत पाण्डेय ने कहा कि,”अदाणी फाउंडेशन का यह एक सराहनीय कदम है, इससे माता के दर्शन हेतु आने वाले श्रद्धालुओं को समय पर प्राथमिक चिकित्सा सुविधा मिल सकी नवरात्र के प्रत्येक दिन सैकड़ो की संख्या में श्रद्धांलुओं को चिकत्सा लाभ मिला वही उन्हें आवश्यक दवा आदि भी निःशुल्क उपलब्ध कराया गया।” इस बीच कई VIP प्रोटोकाल की स्थिति भी बनी जिस दौरान सुविधा की दृष्टि से यह शिविर बहुत ही लाभदायक सिद्ध हुआ।

शिविर का नेतृत्व कर रहे अदाणी फाउंडेशन के सी.एस.आर. हेड पुर्णेन्दु कुमार ने बताया कि “आरईजीएल के आसपास के ग्रामों में सामाजिक सरोकारों के अंतर्गत शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचो का विकास एंव स्थायित्व विकास के कार्यो हेतु दृढ संकल्पित है एवं इसी क्रम में नवरात्र के शुभ अवसर पर इस शिविर का आयोजन श्रद्धालुओं एवं सभी भक्तों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने हेतु किया गया। अब तक एक हजार से अधिक श्रद्धांलुओं ने इस सुविधा का लाभ लिया है। इस कार्यक्रम को आयोजित करने में अदाणी फाउण्डेशन के विवेक पाण्डेय, परमेश्वर गुप्ता एवं नीलेष महाना का विशेष योगदान प्राप्त हुआ।