नशे का कारण अकेलापन, टेबलेट बन जाता जब साथ होते परिवारजन – महापौर राजकिशोर प्रसाद

कोरबा,04 अक्टूबर। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी की और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा कोहड़िया में स्थित तनाव मुक्ति केंद्र में कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित महापौर राजकिशोर प्रसाद ने अपने उद्बोधन में कहा- नशे का कारण अकेलापन, टेबलेट बन जाता जब साथ होते परिवारजन । साथ ही संस्था की ओर से राष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस, वृद्धजन सम्मान दिवस का भी कार्यक्रम मनाया गया।

इस अवसर पर सेंट्रल वर्कशॉप के प्रबंधक नवीन कुमार पाण्डेय व भा.ज.पा. पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक चावलानी, और डॉ. के.सी.
देबनाथ तथा संस्था प्रभारी ब्रह्माकुमारी रूक्मणी दीदी, सहप्रभारी ब्रह्माकुमारी बिन्दू दीदी उपस्थित थी। महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि वृद्धजन सेतु के समान होते है जो युवा पीढ़ी को अपने अनुभवों से सिंचित करते है, मार्ग दर्शन करते है। वृद्धा आश्रम का निर्माण होना ये तरक्की की बात नही अपितु गौरव की बात तब होती है, जब हम अपने माता-पिता का सम्मान करते है, उन्हे पूजते है। जब उनकी छत्रछाया सिर पर नही होती तब व्यक्ति अकेलापन होने के कारण बुरे संगति में आ कर नशे का शिकार हो जाते है। बुजुर्गों की निकटता उनके आर्शीवाद हमारे लिए टेबलेट का काम करती है जिससे इस दुषित वातावरण में हम अपनी रक्षा कर पाते है। सेंट्रल वर्कशॉप के प्रबंधक नवीन कुमार पाण्डेय ने प्रांगण में आकर अपने को गौरवान्वित महसुस करते हुए कहा कि यहाँ के भाई बहनो में जो सदाचार दिखाई देता है इससे अवश्य पता लगता है कि यहाॅ मानव से देव बनने की व राजयोग की शिक्षा दी जाती है। गीतो के माध्यम से अपने भाव व्यक्त किए। भा.ज.पा. पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक चावलानी ने अपने निजी अनुभवो को बाँटते हुए कहा कि हम भी अपनी दादी माँ को बहुत स्नेह प्यार करते है और हमारी हमारी दादी माँ भी हम सभी भाईयों को समान रूप से स्नेह, पालना देती है। बुजुर्गों के आर्शीवाद से हम आगे बढ़ते है, तो उनका अवश्य सम्मान करे। डॉ. के. सी. देबनाथ जी ने कहा कि महात्मा गाँधी जी का सपना था कि हमारा देश राम राज्य बने, एैसा तभी संभव होगा जब कोई भी प्राणी बुरी लत में न फॅसे कि जिससे शांति भंग हो साथ ही उन्होने कई प्रकार के नशे से होने वाले दुष्प्रभाव को बताकर लोगो में जागरूकता दिलाई।

संस्था प्रभारी ब्रह्माकुमारी रूक्मणी दीदी ने कहा कि अगर नशा करना है तो ईश्वरीय नारायणी नशा करे। परमात्मा शिव ने हमें ऐसा नशा कराया कि जिससे हमारा जीवन श्रेष्ठ बने और दूसरे भी करे तो उनका जीवन भी नर से नारायण व नारी से लक्ष्मी समान बन जाए। हमें नशा करना है पर वो जो जीवन में सुख-शांति, आनंद, शक्ति दे । सहप्रभारी ब्रह्माकुमारी बिन्दू दीदी ने कहा कि माता पिता परिवार की, विश्व की धरोहर है। वो वट वृक्ष के समान है जिनकी छत्रछाया में पलकर हम बड़े होते है। माता पिता का जो समाान करता है, उनका कोई अपमान कर नहीं सकता।

सभी अतिथियों ने चैतन्य देवियों की झाँकी का दर्शन कर नमन किया। पूर्व जी. एम. कमल कर्माकर जी द्वारा आभार व्यक्त किया गया। मंच संचालन का कार्य वरिष्ठ अधिवक्ता पूर्व अति. शासकीय अभिभाषक एवं अति. लोक अभियोजक शेखर राम सिंह जी के द्वारा किया गया ब्रह्माकुमारी बहनो द्वारा अतिथियों को श्री फल भेंट कर साफा व माला पहनाकर तथा पुष्पगुच्छ से सम्मान किया गया। सभा में उपस्थित नगर के वरिष्ठ जनो का भी श्री फल व साफा पहनाकर सम्मान किया गया। वर्तमान समय में एकल जीवन शैली का चलन बढ़ता ही जा रहा है परंतु खुशी तब भी कही न कही गुम सी है। जरूरत है, हमें संयुक्त परिवार में रहने की जिससे हम न कि स्वयं के लिए बल्कि आने वाली पीढ़ी को भी श्रेष्ठ, सुसंस्कारित व सुरक्षित समाज दे सके।

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