इन दिनों में देश में एक किताब की बड़ी चर्चा है। किताब का नाम है पार्टिशंड फ्रीडम। इसे लिखा है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने। इस किताब पर बात करने 28 सितम्बर राम माधव रायपुर हा रहे हैं। समता कॉलोनी के महाराजा अग्रसेन कॉलेज ऑडिटोरियम में बुधवार को शाम 5 – 7 बजे उनकी किताब ‘पार्टीशंड फ्रीडम’ का विमोचन होगा। वो इस पर लोगों से सीधी बात करेंगे।
कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ यंग थिंकर्स फोरम (इंडिया फॉउंडेशन के छत्तीसगढ़ प्रकल्प) ने किया है। एंट्री सिर्फ आमंत्रित अतिथियों को ही दी जाएगी। राम माधव ने कहा कि राष्ट्रपिता के बिल्कुल विपरीत मोहम्मद अली जिन्ना ने एक कट्टर राष्ट्रवादी के रूप में अभियान शुरू किया और अलगाववादी के रूप में अभियान खत्म किया, जिससे गांधी बेहद दुखी हुए। उन्होंने कहा कि गांधी हमेशा हिंदू-मुस्लिम के बीच मजबूत एकता के बड़े हिमायती थे।शनिवार को चेन्नई में अपनी किताब से जुड़े कार्यक्रम में माधव ने कुछ बातें कहीं थीं। तब उन्होंने कहा- भारत का विभाजन तर्कहीन था और यह फैसला जल्दबाजी में लिया गया था। बंटवारे ने महात्मा गांधी को तोड़कर रख दिया था जो राष्ट्र को सांप्रदायिक आधार पर विभाजित करने के खिलाफ थे। भारत के विभाजन के परिणास्वरूप पाकिस्तान अस्तित्व में आया था।
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