कलेक्टर ने रूरल इंडस्ट्रियल पार्क प्रोजेक्ट के तहत गौठानों को विकसित करने ली बैठक

जर्वे और पेंड्री गौठान को रिपा प्रोजेक्ट के तहत औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित करने के दिए निर्देश

जांजगीर-चांपा 23 सितंबर । कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आज कलेक्टोरेेट परिसर के सभाकक्ष में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क प्रोजेक्ट के तहत गौठानों को प्रदर्शन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास, कृषि विभाग, उद्यानिकी, उद्योग, पशु चिकित्सा, मछली पालन विभाग की बैठक ली। उन्होंने गौठानों को औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित करने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र, कृषि महाविद्यालय के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा आवश्यक तकनीकी मार्गदर्शन भी उपलब्ध कराए जाने कहा हैं।

बैठक में कलेक्टर ने रूरल इंडस्ट्रियल पार्क प्रोजेक्ट के तहत प्रारंभिक तौर पर जर्वे और पेंड्री गौठान को मॉडल प्रदर्शन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए आवश्यक कार्य करने के निर्देश दिए हैं। रूरल इंडस्ट्रियल पार्क प्रोजेक्ट के तहत जिले के प्रत्येक विकासखंड से दो गौठानो को विकसित किया जाएगा। इसके लिए कलेक्टर ने बैठक में सभी विभागों को आपसी समन्वय से बेहतर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के तहत गौठान में प्रस्तावित उद्यम के विकास के लिए आधारभूत संरचना तैयार किया जाए तथा बेकरी, मुर्रा, चावल के उत्पाद आदि उद्यम लगाने के लिए इच्छुक उद्यमियों को चयनित किया जाए तथा आरएसईटीआई (RSETI), जिला कौशल विकास प्रधिकरण के माध्यम से आवश्यक प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने मछली पालन विभाग को गौठान में मछली पालन करते हुए ताजी मछली विक्रय की सुविधा भी विकसित करने कहा।

उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र और कृषि महाविद्यालय द्वारा गौठान के विकास के लिए आवश्यक सहयोग प्रदान करने कहा तथा कृषि महाविद्यालय के विद्यार्थियों को गौठानों में मल्टीएक्टिविटी से जोड़ने कहा। कलेक्टर ने सभी विभागों से गौठान के विकास में आ रही समस्याओं की जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कृषि विभाग को गौठानों में मल्टीएक्टिविटी, उद्यान विभाग को बाड़ी विकास, उद्योग विभाग को आदिवासी बच्चों के लिए व्यवसायिक परिसर आधारभूत संरचना निर्माण सहित अन्य संबंधित विभागों को गौठानों के विकास कार्यों का मानिटरिंग करने के निर्देश दिए है। बैठक में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ फरिहा आलम सिद्दीकी सहित कृषि विभाग, उद्यानिकी, उद्योग, पशु चिकित्सा, मछली पालन विभाग तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।