कोरबा 15 सितम्बर । शासन द्वारा लाख पालन को कृषि का दर्जा देने के उपरांत अधिक से अधिक किसानों को लाख पालन से जोड़ने के लिए स्थानीय किसानों को लाख पालन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिला लघु वनोपज सहकारी यूनियन कटघोरा वन मण्डल अंतर्गत किसानों को वैज्ञानिक पद्वति से लाख पालन करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। सैध्दांतिक प्रशिक्षण जटगा एवं फिल्ड प्रशिक्षण गुमानीडांड में दिया गया। इसके अंतर्गत बांधापारा, कटघोरा, जटगा, कोडार एवं जेंमरा समितियों के 10-10 किसानों को प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण लाख विशेषज्ञ डॉ. ए.के. जायसवाल, जूनियर एक्जीक्यूटिव श्री कोमल कंसारी एवं कृषि विज्ञान केन्द्र कटघोरा के डॉ. एस.एस. उर्रे द्वारा दिया गया।
प्रबंध संचालक जिला वनोपज सहकारी यूनियन मर्यादित कटघोरा ने बताया कि प्रशिक्षण उपरांत माह नवम्बर, दिसम्बर में प्लास वृक्षों में रंगीनी बीहन लाख की किसानों द्वारा 30 क्विंटल मांग की गयी है। जिससे माह दिसम्बर में बांधापारा, कटघोरा, जटगा, कोडार एवं जेंमरा समितियों में व्यापक स्तर पर लाख पालन किया जाएगा। जिससे आदिवासी किसानों की अतिरिक्त आय में वृद्वि होगी। इस प्रशिक्षण में लाख पालक किसानों द्वारा लाख की खेती में आने वाली समस्याओं एवं उनके निदान पर विस्तृत चर्चा की गयी। प्रशिक्षण में यूनियन के अधिकारी-कर्मचारी एवं कृषकगण शामिल हुए।
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