2020 बैच के 175 आईएएस अधिकारियों से उपराष्ट्रपति ने मुलाकात की

नई दिल्ली ,15 सितम्बर । उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आईएएस अधिकारियों से आह्वान किया कि वे अपनी पहचान की गोपनीयता के सिद्धांत को बरकरार रखते हुए नागरिकों को सेवाओं की डिलिवरी और शिकायत निवारण में सुधार लाने के लिए समर्पन के साथ काम करें। विभिन्न मंत्रालयों में सहायक सचिव के रूप में तैनात 2020 बैच के 175 आईएएस अधिकारियों ने उपराष्ट्रपति निवास जाकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की। उनके साथ कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) की सचिव श्रीमती एस राधा चौहान और डीओपीटी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

श्री धनखड़ ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सिविल सेवक के रूप में आप संविधान के प्रति अपनी सर्वोच्च निष्ठा रखते हैं और आपको इसके तहत दिए गए अधिकारों को संरक्षित एवं बरकरार रखने के लिए हमेशा प्रयास करना चाहिए। आपको किसी एक पक्ष पर ध्यान केंद्रित करने या राजनीतिक पक्ष लेने से किसी भी कीमत पर बचना चाहिए।

उपराष्ट्रपति ने अधिकारियों को यह याद रखने की सलाह दी कि आज का नागरिक नीति निर्माण एवं कार्यान्वयन की प्रक्रियाओं में अपनी आवाज उठाना चाहता है। उन्होंने सुझाव दिया कि आम नागरिक के प्रति सिविल सेवक का सहानुभूतिपूर्ण रवैया सरकारी सेवाओं से उनकी संतुष्टि को निर्धारित करता है। उन्होंने अधिकारियों से आह्वान किया कि वे दृष्टिकोण में बदलाव के लिए सरकार के इस मिशन के लिए रोल मॉडल बनें।

उपराष्ट्रपति ने अधिकारियों से बातचीत के दौरान देखा कि इस बैच में इंजीनियरिंग, चिकित्सा, प्रबंधन, कानून और कला जैसे विविध शैक्षिक पृष्ठभूमि के लोग मौजूद हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि वे शासन में नवाचार और उच्च गुणवत्ता के साथ आउटपुट देने के लिए अपनी शैक्षणिक पृष्ठभूमि का उपयोग करें।

उपराष्ट्रपति को यह देखकर भी अच्‍छा लगा कि इस बैच में बड़ी संख्या में महिला आईएएस अधिकारी शामिल हैं। उन्‍होंने कहा कि यह एक उत्साहजनक बात है कि महिलाएं अब शासन एवं प्रशासन सहित सभी क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने 2020 के बैच के आईएएस अधिकारियों को शुभकामनाएं दीं।