दुर्ग, 14 सितंबर। दुर्ग के टीटीई से आर्मी का अफसर बनकर आर्मी कैंटीन से सस्ते में एलसीडी दिलाने के नाम से 31 हजार रुपये की ठगी करने वाला मंगलवार को दुर्ग रेलवे स्टेशन से जीआरपी पुलिस द्वारा दौड़ाकर पकड़ा गया। जीआरपी पुलिस ने बताया कि, ट्रेनों के माध्यम से पूरे देश में घूम घूम कर अब तक 15 से 20 लोगों को ठगी का शिकार बना चुका है।
जीआरपी थाना भिलाई के प्रभारी राजकुमार बोरझा ने बताया कि, दुर्ग के टीटीई मनमोहन देवांगन निवासी अभनपुर दुर्ग रेलवे स्टेशन से संपर्क क्रांति ट्रेन में ड्यूटी लगी थी। 7 सितंबर को संपर्क क्रांति ट्रेन से दुर्ग से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। ट्रेन में ही उनकी मुलाकात हनुमंत सिंह राठौर पिता महेंद्र सिंह राठौर निवासी बी 24 न्यू कॉलोनी गुर्जर बस्ती विद्याधर नगर जयपुर राजस्थान से हुई थी। हनुमंत सिंह राठौर ने स्वयं का परिचय आर्मी अफसर के रूप में दिया था। बातों बातों में पहचान बढ़ने पर हनुमंत सिंह राठौर के द्वारा मनमोहन देवांगन को आर्मी कैंटीन से स्वयं के कार्ड पर कम दरों पर अच्छे सवाल दिलाने का झांसा दिया। इस झांसे में आकर टीटीई मनमोहन देवांगन के द्वारा एलसीडी खरीदने की इच्छा व्यक्त की गई और अग्रिम राशि के रूप में फोनपे ऐप के जरिए हनुमंत सिंह राठौर को 15000 का भुगतान किया था। परंतु एलसीडी घर पर नहीं पहुंचने पर मनमोहन देवांगन के द्वारा हनुमंत सिंह से संपर्क किया गया। जिस पर हनुमंत सिंह के द्वारा एक बार 6000 एवं दो बार 5-5 हजार कुल 31000 का भुगतान मनमोहन देवांगन के द्वारा हनुमंत सिंह को फोनपे ऐप के जरिए 7 सितंबर से 12 सितंबर के मध्य किया गया। परंतु एलसीडी घर पर नहीं पहुंचने पर टीटीई मनमोहन देवांगन को धोखाधड़ी का आभास हुआ और उनके द्वारा इस घटना की रिपोर्ट जीआरपी थाने में की गई। जीआरपी पुलिस के द्वारा मोबाइल नंबर की लोकेशन के आधार पर आज आरोपित हनुमंत सिंह राठौर की दुर्ग रेलवे स्टेशन में मौजूदगी पाई गई और हुलिया आर्मी अफसर का होने के कारण पुलिस को पहचान करने में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हुई। इस पर दुर्ग रेलवे स्टेशन में जीआरपी पुलिस को अपनी ओर आता देख कर आरोपित हनुमंत सिंह राठौर रेलवे स्टेशन दुर्ग से दौड़ कर भागने लगा जिसे जीआरपी पुलिस के द्वारा साइकिल स्टैंड के समीप दौड़ाकर पकड़ा गया। जीआरपी पुलिस के द्वारा आरोपित के पास से आर्मी अफसर बनने के लिए वर्दी में लगाए गए फर्जी मेडल एवं ऑफ आर्मी अफसर बनने के लिए आवश्यक सभी साजो सामान भी जब्त किया गया है। जीआरपी पुलिस के द्वारा आरोपित के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
जीआरपी थाना प्रभारी ने बताया कि, फर्जी आर्मी अफसर हनुमंत सिंह राठौर के द्वारा ट्रेनों में घूम घूम कर लोगों को अपने झांसे में लेकर इसी प्रकार से करीब 15 से 20 लोगों को अपना शिकार बनाया है।
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