कोरबा: चुइया-भटगांव पुलिया को लोकार्पण का इंतजार,4 साल बीत गए

कोरबा,08 सितम्बर। भाजपा के शासनकाल में रामपुर विधानसभा से विपक्षी दल कांग्रेस के विधायक रहे श्यामलाल कंवर ने 85 लाख की लागत से चुइया-भटगांव के मध्य वर्षों पुरानी समस्या का निराकरण पुलिया का निर्माण करवा कर करा तो दिया है लेकिन यह पुलिया विगत 4 वर्षों से अपने लोकार्पण के इंतजार में है।

रामपुर के पूर्व विधायक श्यामलाल कंवर अपने विधायक कार्यकाल में क्षेत्रीय भ्रमण के दौरान ग्राम पंचायत चुइया पहुंचे थे,तब तत्कालीन सरपंच श्रीमती अमृता राठिया और वरिष्ठ कांग्रेसी तथा ग्रामवासियों ने मांग रखी थी। ग्रामवासियों ने कहा था कि आश्रित ग्राम भटगांव से बरसात के दिनों में संपर्क टूट जाता है। ग्राम चुइया और भटगांव के बीच में चुइया नाला और घोघरा नाला में पानी का बहाव अधिक हो जाने पर चुइया और भटगांव के बीच सीधा संपर्क टूट जाता है। वैसे तो दोनों के बीच की सीधी दूरी करीब 2 किलोमीटर है लेकिन भटगांव और परसाखोला के स्कूली छात्र- छात्राओं सहित ग्रामवासियों व अन्य लोगों को बरसात में 2 की बजाय 7 किलोमीटर घूमकर चुइया आना-जाना पड़ता है। गांव के लोग बरसात में 7 किलोमीटर चलकर शासकीय राशन लेने भटगांव जाते हैं। यह विडंबना है कि जब चुइया पंचायत बना तो व्यवस्था नहीं होने के कारण राशन वितरण भटगांव से ही हो रहा है। इससे पहले निर्वाचित विधायकों से हर बार पुल की मांग रखी गई लेकिन पूरा नहीं हो सकी।

भाजपा से लगातार तीन बार जीतने और प्रदेश में गृह मंत्री बनने के बावजूद ननकीराम कंवर ने इस मार्ग को पूरा नहीं किया/कराया। लगभग 10 गांव बेला, भटगांव, परसाखोला, खेतार, गहनिया, फुटहा मुड़ा, सुआधार, टापरा, तिलाईडाँड़, दूधी टांगर से लगभग 5 हजार से 7 हजार लोगों का सामाजिक ,वैवाहिक, मरनी हरनी और धार्मिक कार्यक्रमों के लिए आना-जाना इसी मार्ग से होता है किन्तु पानी से भरा मार्ग होने के कारण दिक्कत होती है। विधायक श्यामलाल कंवर ने विश्वास दिलाते हुए कहा था कि मैं जनता का कमिया हूं और पुलिया निर्माण कराने का प्रयास करूंगा। चुनौती पूर्ण कार्यों में चुइया नाला का पुल निर्माण भी रहा जिसे श्यामलाल कंवर ने पूरा कर दिखाया। श्री कंवर ने कहा है कि लोगों की समस्या का समाधान करना ही मेरी प्राथमिकता है

रामपुर विधानसभा के क्षेत्रीय कई जनप्रतिनिधियों और चुइया तथा भटगांव वासियों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि कोरबा लोकसभा की सांसद ज्योत्स्ना महंत के हाथों इस पुलिया का लोकार्पण नहीं हो पाया। तत्कालीन विधायक श्यामलाल कंवर के अथक प्रयासों से 85 लाख की लागत से निर्मित पुलिया ने ग्राम वासियों का आवागमन सुगम कर दिया है लेकिन इसका लोकार्पण नहीं हो पाया है। जिला कांग्रेस ग्रामीण के सचिव जगलाल राठिया व सरपंच शिवराज सिंह राठिया सहित क्षेत्रीय प्रतिनिधियों ने बताया कि उनके आग्रह पर सांसद ने लोकार्पण के लिए समय भी दे दिया था किंतु उनके प्रतिनिधि हरीश परसाई के द्वारा ग्रामवासियों की उपेक्षा की गई। आरोप है कि उन्होंने इसे मामूली बताकर सांसद को आने से रोक दिया। सांसद यदि गांव आतीं तो उनके समक्ष और भी मांगों व समस्याओं को रखा जाता लेकिन हरीश परसाई जिन्हें सांसद ने अपने प्रतिनिधि के तौर पर नियुक्त किया है ताकि जनता की बात उन तक पहुंचाने का काम कर सकें किंतु वे ऐसा कोई भी काम नहीं कर रहे हैं जिसका लाभ रामपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता को मिले। इस वजह से क्षेत्र में सांसद व कांग्रेस सरकार की छवि कहीं न कहीं धूमिल हो रही है जबकि रामपुर विधानसभा से महंत दंपत्ति का गहरा लगाव है।