भीषण बाढ़ की चपेट में केरल-कर्नाटक, इन दक्षिणी राज्यों में मानसून का कहर

बेंगलुरु के तो कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं। सड़कों पर नदियों की तरह पानी बह रहा है। घरों में तालाब की तरह पानी है। सड़कें पूरी तरह से पानी में डूब चुकी हैं। लोगों के घरों में भी पानी पहुंच गया।

देश के कई हिस्सों में मानसून का कहर अभी भी जारी है। दक्षिण भारत के राज्यों में भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। केरल और कर्नाटक में तो यह स्थित है कि लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है। बाढ़ के चलते बेंगलुरु में इतना पानी भर गया है कि जनजीवन ठप हो गया है, वहां पिछले एक सप्ताह से भारी बारिश हो रही है। आइए जानते हैं कि दक्षिण भारत में बाढ़ और बारिश ने कितनी तबाही मचाई है।

पानी-पानी हो गया बेंगलुरु
दरअसल, सिलिकॉन सिटी के नाम से मशहूर बेंगलुरु में बारिश कहर बरपा रही है। शहर के कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं। सड़कों पर नदियों की तरह पानी बह रहा है। घरों में तालाब की तरह पानी इकट्ठा हो चुका है। सड़कें पूरी तरह से पानी में डूब चुकी हैं। लोगों के घरों में भी पानी पहुंच गया। लोगों को कही आने-जाने में के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।

कर्नाटक के 16 जिलों में बाढ़ का असर
इतना ही नहीं बेंगलुरु के अलावा कर्नाटक के अन्य कई जिलों में भी बाढ़ की तबाही है। सोमावर देर रात राज्य के सीएम बसवराज बोम्मई ने बेंगलुरू नगर सहित बारिश से प्रभावित 16 जिलों के जिलाधिकारियों के साथ आपात बैठक की और इस बैठक में राजधानी बेंगलुरू में हालात सामान्य करने के लिए फौरी तौर पर तीन सौ करोड़ रुपए आवंटित करने का फैसला लिया गया।

केरल में भी बाढ़ जैसी स्थिति, कई जिलों में रेड अलर्ट
उधर केरल में भी बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। राजधानी तिरुवनंतपुरम के पास मनकायम जलप्रपात में अचानक आई बाढ़ में बह जाने से दो लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने छह सितंबर के लिए तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा और इडुक्की जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया। विशेष रूप से अलाप्पुझा, कोट्टायम और एर्नाकुलम जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश
इस बीच भारतीय मौसम विभाग ने अन्य दक्षिणी राज्यों के लिए भी चेतावनी जारी कर दी है। यहां आने वाले दो से तीन दिनों में मानसूनी बारिश कहर बरपाएगी। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में आठ व नौ सितंबर को भारी बारिश, तूफान और बिजली गिरने की संभावना है। 

तेलंगाना में रुलाएगा लेट मानसून
इसके अलावा केरल, लक्ष्यद्वीप, तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश में छह से नौ सितंबर तक भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। तेलंगाना में तो मानसून के अंतिम चरण तक बारिश है। दक्षिण भारत में वैसे तो नवंबर और दिसंबर महीने में ज्यादा बारिश होती है। लेकिन इस बार मॉनसूनी सीजन में भी खूब बारिश हो रही है। केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में बारिश का दौर फिलहाल जारी रहेगा।

फिलहाल दक्षिण भारत में कर्नाटक से लेकर तमिलनाडु तक बारिश कहर बरपा रही है। सड़कें पानी से लबालब हो गईं और गाड़ियां डूबी नजर आईं। इन राज्यों में प्रशासन ने नदी किनारे बसे लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है, साथ ही राहत-बचाव के लिए टीम को लगाया है। राज्य सरकारें भी इससे निपटने के लिए बैठकें कर रही हैं।