कोरबा,5सितम्बर (वेदांत समाचार)। अपने शिष्य को कदम-दर-कदम सफलता की सीढ़ियां मापते हुए उसे उसके लक्ष्य की ओर बढ़ते रहने का हौसला देना एक शिक्षक का प्राथमिक कर्तव्य होता है. बिना किसी भेद-भाव अपने प्रत्येक शिक्षार्थी को भीतर से मजबूत करना और लड़खड़ाने पर हृदय में संभलने का कौशल भरना ही कुशल शिक्षक का गुण होना चाहिए. अपनी कुशलता से राष्ट्र के लिए उत्कृष्ट गुणों से युक्त नागरिकों का निर्माण करने का ध्येय ही शिक्षक को बुद्धिजीवी और समाज में सम्माननीय होने की गरिमा प्रदान करता है. इस विशेष दिवस पर मुझे मेरे लक्ष्य तक पहुंचाने वाले मेरे गुरु की वंदना करते हुए आप सभी शिक्षकों से यही कहना चाहूंगा कि शिक्षक दिवस के इस मूल उद्देश्य को जीवन में धारण कर देश के लिए जिम्मेदार नागरिकों का निर्माण करते जाएं.
यह प्रेरक वाक्य सोमवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर कमला नेहरू महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्राध्यापकों-सहायक प्राध्यापकों और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. प्रशांत बोपापुरकर ने कहीं. छात्र-छात्राओं ने शिक्षक दिवस पर महाविद्यालय प्रमुख होने के नाते अपने प्रधान गुरू डॉ. बोपापुरकर को क्राउन पहनाकर उनका सम्मान करते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया. केक काटकर शुभकामनाएं दी गर्इं. विद्यार्थियों ने उन्हें उपहार प्रदान किए और उन्हें अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराने उनके सतत प्रयासों के लिए आभार जताया. इसके बाद कॉलेज के सभाकक्ष में शिक्षक दिवस समारोह मनाया गया, जहां छात्र-छात्राओं की ओर से विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक व सहायक प्राध्यापकों के लिए मनोरंजक प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया गया. छात्र-छात्राओं ने संगीतमय प्रस्तुति देते हुए गुरुवंदना की और उन्हें उपहार भेंटकर आशीर्वाद प्राप्त किया. ज्योतिभूषण प्रताप सिंह विधि महाविद्यालय ने भी केएन कॉलेज के साथ संयुक्त रूप से शिक्षक दिवस पर समारोह का आयोजन किया था. इस अवसर प्रमुख रूप से विधि महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. किरण चौहान, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. एचके पासवान, केएन कॉलेज के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक-सहायक प्राध्यापकगण, कॉलेज के कार्यालयीन कर्मी एवं छात्र-छात्राओं ने उपस्थिति दर्ज कराते हुए कार्यक्रम का आनंद लिया.
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