आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों का वेतन चपरासी से कम होना अपमान है : डॉ. पतंजलि दिवान

जगदलपुर, 03 सितंबर । छत्तीसगढ़ आयुर्वेद संघ के प्रान्तीय अध्यक्ष डॉ. पतंजलि दिवान ने पत्रकार भवन में शनिवार को प्रेसवार्ता कर शासन के समक्ष संविदा आयुर्वेद अधिकारियों को नियमतिकरण करने एवं बस्तर संभाग में आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय खोलने की मुख्य मांग को रखते हुए कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी विगत कई वर्षो से बस्तर संभाग के ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई वर्षों से आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों का वेतन वृद्धि नहीं हुई है, जिससे आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शासकीय कार्यालय में चपरासी का वेतन भी उनसे ज्यादा है जो हमारे लिए अपमान की बात है।

छत्तीसगढ़ आयुर्वेद संघ के प्रान्तायक अध्यक्ष ने प्रेसवार्ता में राज्य सरकार के समक्ष अपनी मांग को रखते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल के दौरान भी सभी चिकित्सा अधिकारियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर अपनी सेवाएं दी। इसके बावजूद भी राज्य सरकार हमारी मांगों की ओर ध्यान नहीं दे रहा है। राज्य सरकार उनसे सौतेला व्यवहार कर रहा है। हमारी मुख्य मांग सभी चिकित्सा आयुर्वेदिक अधिकारियों को नियमतिकरण करना, एलोपैथिक अधिकारियों के समकक्ष आयुर्वेदिक अधिकारियों को प्रोत्साहन करते हुए, बस्तर संभाग में आयुर्वेद विश्वविद्यालय खोलने के साथ राज्य सरकार हमारी समस्याओं को जल्द से जल्द सामाधान करें।