केटीआर ने ट्वीट किया, ‘मैं कामरेड्डी के जिला मजिस्ट्रेट/जिलाधीश के साथ वित्त मंत्री सीतारमण के बुरे बर्ताव से स्तब्ध हूं। सड़कों पर यह राजनीतिक तमाशा IAS अधिकारियों का केवल मनोबल गिराएगा।’
तेलंगाना के मंत्री के टी रामराव ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से जिलाधीश को फटकार लगाए जाने पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा कि उच्च पदों पर आसीन लोगों का ऐसा बर्ताव अखिल भारतीय सेवा के मेहनती अधिकारियों का मनोबल गिराएगा। दरअसल, सीतारमण ने उनके सवाल का जवाब न दे पाने के कारण जिलाधीश को फटकार लगाई थी।
केटीआर ने ट्वीट किया, ‘मैं कामरेड्डी के जिला मजिस्ट्रेट/जिलाधीश के साथ वित्त मंत्री सीतारमण के बुरे बर्ताव से स्तब्ध हूं। सड़कों पर यह राजनीतिक तमाशा कठिन परिश्रमी एआईएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारियों का केवल मनोबल गिराएगा। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी जितेश वी पाटिल के गरिमापूर्ण व्यवहार पर उन्हें मेरी तरफ से शुभकमानाएं।’
सीतारमण ने जिलाधिकारी से क्या पूछा?
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है। इसमें वित्त मंत्री जिलाधिकारी से सवाल करती नजर आ रही हैं। जिलाधिकारी उनकी इस बात का जवाब नहीं दे सके कि उचित मूल्य की दुकानों के जरिए सप्लाई किए जाने वाले चावल में केंद्र और राज्य का हिस्सा कितना है। उन्होंने जिलाधिकारी से यह भी पूछा कि बिरकुर में उचित मूल्य की दुकान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर क्यों गायब है?
सीतारमण ने जिलाधिकारी से पूछा, ‘जो चावल खुले बाजार में 35 रुपये में बिक रहा है, वह यहां एक रुपये में लोगों को बांटा जा रहा है। इसमें राज्य सरकार का कितना हिस्सा है?’ वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र साजो-सामान और भंडारण सहित सभी लागत का वहन कर रहा है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) की दुकानों में चावल की आपूर्ति की जा रही है। साथ ही यह जवाब पाने की कोशिश हो रही है कि मुफ्त चावल लोगों तक पहुंच रहा है या नहीं।
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