चांद तक जाने को NASA एक बार फिर तैयार, पिछली बार फेल हुआ था प्लान

नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एजेंसी (NASA) अपने आर्टेमिस प्रोजेक्ट के साथ एक बार फिर इंसान को चांद पर भेजना चाहती है और आर्टेमिस 1 मिशन इसकी नींव रखने जा रहा है। अब इसका लॉन्च 3 सितंबर को हो सकता है।

अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA एक बार फिर चांद पर इंसानों को भेजना चाहती है और आर्टेमिस प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। हालांकि, इस प्रोजेक्ट के पहले मिशन आर्टेमिस-1 का लॉन्च 29 अगस्त को तकनीकी खामियों के चलते टालना पड़ा था। लॉन्च से ठीक पहले इस मिशन में इंजन लीक की दिक्कत आ गई थी। अब एजेंसी ने इस लॉन्च के लिए 3 सितंबर की तारीख तय की है।

आर्टेमिस मिशन मैनेजर माइकल साराफिन ने कहा, “हम शनिवार को एक बार फिर लॉन्च की कोशिश करेंगे और खतरों को जांचने के बाद आश्वस्त हैं।” इससे पहले 29 अगस्त को लॉन्च रॉकेट के चार इंजन्स में से एक में तकनीकी दिक्कत आ गई थी और लिफ्ट-ऑफ नहीं हो सका था। अब 3 सितंबर को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से दोपहर 2:17 बजे लॉन्च का वक्त तय किया गया है।

क्या है NASA का आर्टेमिस 1 मिशन?

आपको बता दें, आर्टेमिस प्रोजेक्ट के साथ NASA की कोशिश करीब 50 साल बाद एक बार फिर अंतरिक्ष यात्रियों को चांद पर भेजने की है। साल 1969 से 1972 के बीच अपोलो मिशन में कई अंतरिक्ष यात्री चांद तक गए, लेकिन उसके बाद से कोई चांद पर नहीं उतरा है। आर्टेमिस प्रोडेक्ट के चौथे या पांचवें मिशन में साल 2025 और उसके बाद इंसान चांद पर जाएंगे। आर्टेमिस अभियान के साथ पहली बार किसी महिला और किसी अश्वेत अंतरिक्ष यात्री को चांद पर भेजा जाएगा।

चांद की कक्षा में बनेगी प्रयोगशाला

NASA की योजना भविष्य में चांद की कक्षा में एक स्पेस स्टेशन या प्रयोगशाला बनाने की है, जिसे लूनर मिशन नाम दिया गया है। इसके बाद अंतरिक्ष यात्री और वैज्ञानिक चांद के करीब रहकर शोध कर सकेंगे। वहीं, अगर आप अंतरिक्ष में जाना चाहते हैं, तो अगले कुछ दशक में इसका खर्च भी कम होने वाला है।

जल्द अंतरिक्ष की सैर पर जा सकेंगे आप

उम्मीद है कि चांद पर NASA के कदम पड़ने के बाद अंतरिक्ष पर्यटन भी सस्ता होगा और आम लोग टिकट लेकर अंतरिक्ष की सैर पर जा सकेंगे। NASA अपने आर्टेमिस अभियान के लिए भी स्पेस-X जैसी प्राइवेट कंपनियों की मदद ले रही है।

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