खोजी कुत्ते न केवल अपराधियों को पकड़ने में पुलिस की मदद करते हैं बल्कि बीमारियों की पहचान में भी हो सकते हैं मददगार : SP विजय अग्रवाल

जांजगीर-चांपा, 1 सितम्बर। जिले के पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने पुलिस श्वान प्रशिक्षण एवं प्रबंधन नाम की किताब लिखी है, जिसमें कुत्तों से जुड़े कई रोचक तथ्यों को समावेशित किया गया है। इसमें उन्होंने बताया है कि खोजी कुत्ते न केवल अपराधियों को पकड़ने में पुलिस की मदद करते हैं बल्कि शुगर और कैंसर जैसी बीमारियों का पता भी लगा सकते हैं। यहां तक व्यक्ति प्रसन्नचित्त है या चिंता में है इसकी परख भी कुत्ते आसानी से कर लेते हैं। प्रयोगशालाओं के अध्ययन में ये बातें भी सामने आई है।

एसपी विजय अग्रवाल ने यह किताब 7वीं वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल भिलाई में कमांडेंट रहते हुए लिखी है। इस किताब में पुलिस डाग के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है तथा उन्हें प्रशिक्षित करने के तरीके, कुत्तों का आहार, देखरेख और उनकी आदतों के संबंध में भी पुस्तक में सविस्तार वर्णन है। इसमें बताया गया है कि कुत्तों के सूंघने की शक्ति मनुष्य से 10 हजार गुना अधिक होती है। यदि उन्हें इस दिशा में प्रशिक्षण दिया जाए तो यह बेहद कारगर साबित होगा। इस पुस्तक में यह भी बताया गया है कि कुत्ते मनुष्य की कई बीमारियों को भी सूंघ कर पहचान लेते हैं। कैंसर और शुगर का पता ये सूंघ कर लगा सकते हैं। कई शोध में भी इस तथ्य की पुष्टि होने की बात कही गई है। इसके अलावा यह भी उल्लेख है कि नेत्रहीन, बधिर लोगों की मदद के लिए भी कुत्ते को प्रशिक्षित किया जा सकता है।

कुत्तों के संबंध में ये रोचक तथ्य

किताब में कुत्तों के संबंध में रोचक तथ्य दिए गए हैं। जिसमें बताया गया है कि कुत्तों का पसीना पंजे से निकलता है, एक साल का कुत्ता 15 साल के मनुष्य जितना समझदार होता है, कुत्ता जन्मजात तैराक होता है वह उपᆬनती नदी भी पार कर सकता है, कुत्ते की औसत आयु दस से 14 साल होती है। कुत्ते नींद में सपने भी देखते हैं जैसी जानकारियां देते हुए उन्होंने कुत्तों की विभिन्न नस्लों और उन्हें प्रशिक्षित करने के तरीकों के बारे में बताया है।

” 7वीं वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल भिलाई में प्रदेश का पुलिस डाग प्रशिक्षण केंद्र भी है। उनकी पदस्थापना वहां हुई तब उन्हें कुत्तों को नजदीक से समझने का मौका मिला। इन अनुभवों को सहेजने के लिए इसे पुस्तक का रूप दिया गया। सऊदी अरब में कोरोना का पता लगाने के लिए कुत्ते को प्रशिक्षण दिया गया है, वह सूंघ कर बता सकता है कि कोई व्यक्ति कोरोना पाजिटिव है या निगेटिव । कैंसर और शुगर जैसी बीमारियों का पता भी कुत्ते सूंघकर लगा सकते हैं।”

  • विजय अग्रवाल
    एसपी, जांजगीर-चांपा
[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]