UP Flood: 24 घर काट चुकी घाघरा नदी, गांव के वजूद पर खतरा, लोगों ने उठाए ये कदम

घाघरा नदी के कटान के चलते कैरातीपुरवा में हड़कंप मचा हुआ है। मंगलवार को कैरातीपुरवा के 10 और घर घाघरा नदी में समा गए। बचे घर भी कटान की जद में हैं। परेशान लोग गांव छोड़ कर जा रहे हैं।

खमरिया/ईसानगर ,1सितम्बर। धौरहरा तहसील के कैरातीपुरवा गांव के 24 घरों को घाघरा नदी अब तक काट चुकी है। इसी के साथ ही गांव के अस्तिस्व को खतरा पैदा हो गया है। मंगलवार को नदी में 10 घर समा गए जबकि 14 घर पहले ही कट गए थे। नदी की दहशत में लोग गांव से पलायन कर रहे हैं। करीब पचास घरों से आबाद गांव कैरातीपुरवा में अब उंगलियों पर गिनने लायक ही घर बचे हैं। गांव का बड़ा हिस्सा नदी में समा गया है। बीते तीन दिनों में ही घर गंवाने वाले परिवारों की संख्या करीब 24 पहुंच गई। 

मंगलवार की रात तक करीब 10 और घर नदी की भेंट चढ़ गए। गांव के ब्रजमोहन, फूल कुमारी, शिवरानी, रमाकान्त, राजेन्द्र, सतनाम, सियाराम, विनोद, किशुन, निरंकार के घर कट गए हैं। अब केशवराम, आत्माराम, राधेश्याम, रामकुमार, सोनू, प्रमोद के घर नदी की करार पर आ गए हैं। कटान लगातार जारी है। घर ही नहीं, ग्रामीणों की अब तक सैकड़ों बीघे जमीन भी बाढ़ की भेंट चढ़ गई। प्रशासन की ओर से कटान रोकने को कोई बन्दोबस्त नहीं किया गया। यही हाल रहा तो जल्दी ही गांव का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। इस बीच बाढ़ खण्ड ने भी बचाव के उपाय ठप कर दिए। 

बाढ़ खण्ड को उम्मीद थी अब कटान रुक गया है। मगर ग्रामीणों को आशंका थी कि कटान फिर से शुरू हो सकता है। बाढ़ खण्ड के तकनीकी अनुमानों पर ग्रामीणों के अनुमान आखिर भारी पड़े। नदी किनारे बसे ग्रामीण अपने अनुभव बताते हुए कहते हैं कि नदी अपनी प्रवृत्ति के अनुसार कटान करती है। जब कटान थमा था तब बाढ़ खण्ड को अपनी कोशिशें तेज़ कर देनी थीं। मगर बाढ़ खण्ड कटान थमते ही रफूचक्कर हो गया। जिस वजह से नदी तेज़ी से कटान करने लगी।