कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने हथकरघा बुनकर सहकारी समिति की ली बैठक
जांजगीर-चांपा 18 अगस्त। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित हथकरघा बुनकर सहकारी समिति की बैठक में बुनकरों, समूहों की महिलाओं से चर्चा की। उन्होंने कहा कि महिला समूह के द्वारा कोकून से कोसा निकालकर उसे दुकानदार को बेचते है, फिर यही धागा बुनकर उन दुकानदार से खरीदते हैं, जिससे सीधा लाभ न तो समूह को मिलता है और न ही बुनकरों को। इसलिए जरूरी है कि कोकून से धागा निकालने के बाद बुनकर सीधे समूह की दीदियों से खरीदें इससे दोनों का फायदा होगा और कोसा के कपड़े की लागत भी कम होगी। उन्होंने कहा कि और जब कोसा से कपड़ा तैयार हो जाए तो उसे सी-मार्ट के माध्यम से विक्रय के लिए भेजा जाए। बैठक में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. फरिहा आलम मौजूद रहीं।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि कोसा की साड़ी जिले की विशेषता है, इसमें बहुत से बुनकरों, समूह की महिलाएं कार्य कर रही हैं, लेकिन उन्हें सीधा लाभ नहीं मिल रहा है, इसलिए जरूरी है कि बुनकर सीधे समूह की महिलाओं से कोसा का धागा खरीदें और उससे साड़ी, कुर्ता पायजामा, सहित अन्य वस्त्र तैयार करें। इससे कोसा के कपड़े की लागत भी कम होगी। उन्होंने कहा कि बुनकर, समूह की महिलाओं को तकनीकी मार्गदर्शन, प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले के कारीगरों के पास हुनर की कोई कमी नहीं है। उन्हें जरूरत है तो सही मार्गदर्शन की। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को बुनकर समितियों, स्व सहायता समूहों की महिलाओं को प्रशिक्षण देने कहा। इस दौरान उन्होंने बुनकर समितियों एवं समूह की दीदियों से उनके क्षेत्र में बेहतर परिणाम लाने के लिए सुझाव भी प्राप्त किये। इस दौरान रेशम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिन समूह को कोसा धागा निकालने के लिए मशीन की जरूरत है वह सूची भेज सकते हैं। इस दौरान उन्होंने बुनकर समिति द्वारा तैयार किये गये अलसी के डंटल से तैयार धागा, कपड़े का अवलोकन भी किया।
सी-मार्ट का उठाए लाभ
जिला पंचायत सीईओ डॉ फरिहा आलम सिद्दिकी ने कहा कि जिले में छत्तीसगढ़ मार्ट शुरू हो चुका है, जिसमें समूह की महिलाओं, बुनकरों के द्वारा तैयार उत्पादों का विक्रय किया जा रहा है। उन्होंने सभी बुनकरों, समूह की दीदियों से कहा कि वे अपने उत्पाद को सी-मार्ट के माध्यम से विक्रय के लिए भेजे, ताकि अधिक से अधिक लोगों तक उनके उत्पाद पहुंच सके।
गौठान में मिलेगी सुविधा
कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि गांवों में गौठान के माध्यम से समूहों को शेड उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इनके माध्यम से समूह कार्य भी कर रहे हैं। तो वहीं दूसरी ओर ग्रामीण औद्योगिक पार्क के माध्यम से जिले के 18 गौठानों का चयन किया गया है। जिसमें सभी प्रकार की सुविधाएं होंगी, जिसका लाभ समूहों को मिलेगा।
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