प्रजापति ब्रम्हाकुमारी विश्व विद्यालय आध्यात्मिक केन्द्र दीपका के बी.के. बहनों ने इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के समस्त स्टॉफ को बांधी राखी, बदले में माँगा दान स्वरूप समस्त विकार, करवाया संकल्प प्रेम व भाईचारे का ।


0.दीपका स्थित ब्रम्हाकुमारीज केन्द्र के बहनों ने इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के समस्त स्टॉफ को रक्षासूत्र बाँधकर दिया आध्यात्मिक ज्ञान एवं बताया मानव जीवन का उद्देश्य ।

                                                                                                                                                                                                              रक्षा बंधन का त्योहार हर साल श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है, जो कि इस साल 11 अगस्त 2022 के दिन पड़ रही हैं । रक्षा बंधन के त्योहार को भाई बहन के प्यार का प्रतीक माना जाता है, जिसे राखी का त्योहार भी कहा जाता है. इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बंधती और उसके सुखी जीवन की प्रार्थना करती है ।                                                                                                                                                              इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में ब्रम्हाकुमारीज बहन ज्योति, राजकुमारी एवं भाई उदय चौधरी ने मिलकर विद्यालय के समस्त स्टॉफ को राखी बाँधी एवं आध्यात्मिक तथा आत्मिक ज्ञान से रूबरू करवाया । बी.के. बहन ज्योति ने बताया कि प्रत्येक मनुष्य के देह में आत्मा ज्याति बिंदु स्वरूप में भृकुटि के मध्य विराजित रहती है । जिस प्रकार वाहन का चालक वाहन को नियंत्रित करता है उसी प्रकार हमारी आत्मा इस शरीर रूपी वाहन को नियंत्रित करती है । मानव जीवन का एकमात्र कर्म या वचन से किसी भी परिस्थिति में किसी को दुख नहीं देना चाहिए । जीवन क्षणभंगुर है । इस जीवन का हर लम्हा हमें सत्कर्म में बिताना चाहिए । बी.के. दीदी राजकुमारी ने कहा कि हम सभी मनुष्य आत्मिक रूप से भाई-बहन हैं । आज मानव काम, क्रोध, लोभ, मोह व अहंकार के वशीभूत होकर दुष्कर्म करता है । हमें योग के द्वारा सर्वप्रथम अपनी आत्मिक शुध्दि पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि यदि हमने अपनी आत्मा को शुध्द कर लिया तो समझ लीजिए हमारी पूर्णतः आंतरिक सफाई हो गई और यह संभव है मात्र योग से । हमें स्वयं को आत्मा समझकर सभी प्राणियों में उसी आत्म-परमात्म स्वरूप का दर्शन करना चाहिए । इससे हमारे सभी शारीरिक व मानसिक विकार शनैः-शनैः दूर होते जाएँगें । सभी स्टॉफ ने कतारबध्द होकर बी.के. बहनों से राखी बंधवाई एवं चंदन का तिलक ब्रम्हाकुमारी संस्था के आगंतुक बहनों ने सभी के माथे पर लगाया एवं मिष्ठान वितरण किया ।
                                                                                                                                                                                                        संस्था के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि दुनिया की कोई भी स्त्री स्वयं को सबसे ज्यादा सुरक्षित अपने भाई के साथ ही महसूस करती है । रक्षाबंधन का अपना अलग ही महत्व है । यह पर्व हमें एकता प्रेम व भाईचारे में बांधता है । हमें संकल्प लेना चाहिए कि हमारे मन में हमेशा विश्व-बंधुत्व की भावना हो तथा हम इस पावन पर्व में समस्त शारीरिक व मानसिक विकारों का परित्याग करने का संकल्प लें । रक्षाबंधन रक्षा का संदेश देता है । हमें प्रकृति की रक्षा का भी प्रण लेना चाहिए क्योंकि हम तभी तक सुरक्षित हैं जब तक हमारी प्रकृति सुरक्षित है ।

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