जल प्रलय : राहत नहीं आफत की बारिश, बूंदों ने ले लिया बाढ़ का रूप, राष्ट्रीय राजमार्ग 5 घंटे से बंद

बीजापुर। जिले में शनिवार से लगातार हो रही भारी बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया हैं। वहीं भैरमगढ़ के तहसीलदार जुगल किशोर पटेल ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग में तुमनार पुल के ऊपर से पानी बह रहा है।वहीं मिरतुर नाला भी पानी से लबालब भरा हुआ है। जिससे सैकड़ो लोग पुल के इस पर और उस पार पानी उतरने का इंतज़ार कर रहे है। छोटे छोटे नदी नाले उफान पर आ गए हैं। चेरपाल नाला में कुछ मवेशी बहे गये थे। लेकिन उन्हें कोई हानि नहीं पहुंची है। वही कोकडापारा में निर्माणधीन भवन में फंसे 4 मजदूरों का रेस्क्यू किया गया।

जिले में बारिश थमने का नाम नहीं ले रही हैं। कुछ दिन पहले आसमान से बरसी आफत की बारिश का कहर अभी ठीक तरह से थमा भी नहीं है, और शनिवार से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से एक बार फिर जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कई जगह के नदी नालों के उफान पर आ जाने से आवागमन अवरुद्ध रहा। हालांकि बाद में कुछ जगहों पर नालों से पानी उतरते ही आवागमन बहाल हो गया था। चेरपाल नाला में कुछ मवेशी बहे गये थे। जो सुरक्षित हैं।

बीजापुर तहसीलदार डीआर ध्रुव ने बताया कि चेरपाल व पोंजेर में देर शाम तक पानी पुल के ऊपर से बहे रहा था। इस वजह से इस मार्ग पर आवागमन बहाल नही हो पाया था। जबकि धनोरा पुल से पानी उतरते ही यह मार्ग बहाल हो गया। तहसीलदार ध्रुव ने बताया कि कोकड़ापारा में एक निर्माणधीन भवन में फंसे 4 मजदूरों को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाल लिया गया हैं। ये मजदूर वही रहते थे, रात में चारों ओर से पानी भर जाने की वजह से ये फंस गए थे।

कुटरू तहसीलदार फानेश्वर सोम ने बताया कि नैमेड से कुटरू मुख्य मार्ग पर स्थित तुमला नाला में पानी भरे रहने से कुछ देर मार्ग अवरुद्ध रहा। पानी उतरते ही यह मार्ग शुरू हो गया हैं। वही बासागुड़ा स्थित तालपुरु नदी भी उफान पर है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से सैकड़ो गांव जिला मुख्यालय से कट गए है।नगर सैनिक व एसआरडीएफ की टीम बाढ़ ग्रसित क्षेत्रों में नजर बनाए हुए है।