जिले के नए पुलिस कप्तान ने जब से कोरबा जिले का कमान संभाला हैं, गुंडे बदमाशों में डर बैठ गया हैं, जिले के सभी थाना चौकियों को कानून व्यवस्था को लेकर कड़ी से पालन कराने का निर्देश दिया है, ऐसे पुलिस कप्तान से निश्चित ही जिले में क्राइम में कमी आएगी वही पुलिस कप्तान के निवास में उस समय अफरा तफरी मच गई जब काम कर रहे कुछ मजदूरों की नज़र एक साप पर पड़ी, जिसको देखने के बाद मजदूरों को ये समझने में देर नहीं लगी कि करैत साप हैं और वही कही गड्ढे में घुसने वाला ही था की एक मज़दूर ने उसको एक डिब्बे से ढक दिया और अन्दर घुसते ही बंद कर दिया, डरे सहमे मजदूरों ने फिर गेट में तैनात सिपाहियों की इसकी जानकारी दी, जिसके फौरन बाद एक सिपाही ने स्नेक रेस्क्यू टीम के अध्यक्ष वन विभाग सदस्य जितेन्द्र सारथी को इसकी जानकारी दी जिसके तुंरत बाद जितेन्द्र सारथी पुलिस अधीक्षक निवास पहुंचे, और डिब्बे में रखे करैत साप के बारे में सही जानकारी देते हुए बताया कि यह साप करैत जरूर है पर जहरीला नहीं हैं, यह दण्ड करैत (common wolf) हैं जो करैत प्रजाती का ही हैं पर जहरीला नहीं हैं, यह साप अकसर दरवाजे के ऊपर बैठा रहता हैं जो घर के दीवारों में बैठे छिपकली ज्यादा खाता हैं पर जानकारी के अभाव में लोग इसको जहरीला समझते हैं और काट लेने पर इतना डर जाते हैं की डर से ही उनकी मौत हो जाती हैं, तब जाकर सिपाहियों ने बताया अब तक हम भी इसको जहरीला ही समझते थे।
वही देर रात दादर बस्ती में रह रहें एक घर में पति पत्नी को घोड़ा करैत ने काट लिया, जिसके बाद आनन फानन में जिला अस्पताल भर्ती कराया गया हालात को देखते हुए दोनों को आईसीयू में रखा गया हैं, अभी उपचार जारी हैं।
जितेन्द्र सारथी ने सभी आम जनों से करैत प्रजाती के सिर्फ़ घोड़ा करैत साप से बच के रहने को कहा है, ये साप काले रंग का रहता हैं, जिसके उपरी हिस्से में सफ़ेद रंग का लकीर बना रहता हैं, ये साफ कोबरा से 5 गुना ज्यादा अधिक जहरीला होता हैं, इस साप के काटने पर लोगों को पता ही नहीं चलता और निशान तक नहीं दिखाता वही दण्ड करैत (common wolf) और बेलिया करैत (common Kukri) में जहर नहीं होता पर लोग इनको भी जहरीला सांप समझ बहुत डर जाते हैं।
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