बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारत का पिछले कुछ सालों में प्रदर्शन अच्छा रहा है मगर टीम कभी चैंपियन नहीं बनी। महिला टीम 2017 WC के फाइनल, 2018 T20I WC के सेमीफाइनल और 2020 में फाइनल में पहुंची थी।
भारत और ऑस्ट्रेलिया की महिला टीमों के बीच आज कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का फाइनल मुकाबला बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर खेला जाना है। दोनों ही टीमों की नजरें गोल्ड मेडल को जीतकर इतिहास रचने पर होगी। बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट में टीम इंडिया का पिछले कुछ सालों से लाजवाब प्रदर्शन रहा है, मगर आखिरी में आते-आते टीम चैंपियन बनने से चूक जाती है। भारतीय महिला टीम 2017 वर्ल्ड कप के फाइनल, 2018 टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल और 2020 में फाइनल में पहुंची थी, मगर वह कभी खिताब नहीं जीत पाई। अब टीम इंडिया एक बार फिर चैंपियन बनने के नजदीक और हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में टीम इंडिया खिताब से नहीं चूकना चाहेगी। अगर आज भारत को गोल्ड मेडल पक्का करना है तो इन 3 चीजों पर जरूर खरा उतरना होगा।
शेफाली वर्मा और हरमनप्रीत कौर को दिखाना होगा दम
भारतीय विस्फोटक सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने अभी तक कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में खेले चार मुकाबलों में 48,16,43 और 15 रन बनाए हैं। शेफाली को दो मैचों में अच्छी शुरुआत तो मिली, मगर वह बड़ा स्कोर करने से चूक गई। मगर आज उन्हें स्मृति मंधाना का साथ देते हुए बड़ी पारी खेलनी होगी। वहीं बात कप्तान हमरनप्रीत कौर की करें तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मुकाबले में उन्होंने अर्धशतक जड़ा था, मगर पिछले दो मुकाबलों में वह जूझती दिखी। इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में भी उन्होंने 20 गेंदों पर 20 रन की पारी खेली। आज उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक बार फिर कमाल दिखाना होगा।
तेज गेंदबाजों को देना होगा रेनुका सिंह का साथ
भारतीय तेज गेंदबाज रेनुका सिंह कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज हैं, मगर अन्य तेज गेंदबाजों से अभी तक उन्हें साथ नहीं मिला है। रेनुका की साथी गेंदबाज मेघना सिंह को अभी तक इस टूर्नामेंट में तीन ही विकेट मिले हैं। वहीं पूजा वस्त्रकर भी टीम से जुड़ने के बाद कमाल नहीं दिखा पाई है। भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मुकाबले में भी तीसरे तेज गेंदबाज की कमी खली थी। आज इस तिकड़ी को गेंदबाजी में कमाल दिखाना होगा।
फील्डिंग में दिखानी होगी मुस्तैदी
इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में भारतीय खिलाड़ियों की फील्डिंग जबरदस्त थी। लाजवाब फील्डिंग के कराण ही टीम इंडिया नजदीकी मुकाबले में मेजबानों से 4 रन से जीती थी। आज भी अगर टीम इंडिया को तिरंगा लहराना है तो फील्डिंग में मुस्तैदी दिखानी होगी। आज टीम इंडिया इन तीन चीजों पर खरी उतरती है तो यकीनन गोल्ड मेडल हमारी लड़कियों के गले में होगा।
[metaslider id="347522"]