जगदलपुर : मेकॉज से चूहा मार टीम ने 15 दिन में 15 सौ चूहों को लगाया ठिकाने

चूहे की बेतहाशा तादाद से मेकॉज में चूहों के सफाये में लगी टीम भी परेशान

जगदलपुर, 03 अगस्त । मेकॉज में चूहों के आतंक से मुक्ति के लिए रायपुर की एक कंपनी को चूहों के सफाये के लिए 10 लाख का टेंडर दिया गया है। मेकॉज प्रबंधन ने बताया कि चूहों के उत्पात से मरीज और उनके परिजन भी परेशान है। मेकॉज में चूहों के दिखते ही उन्हें मारने के लिए हैल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। मेकॉज में चूहे की बेतहाशा तादाद से चूहों के सफाये के लिए काम कर रही टीम के लोग भी परेशान हो चुके हैं। मेकॉज के विभिन्न वार्डों में रोजाना टार्च लेकर चूहों को मारने में लगी हुई चूहा मार टीम के द्वारा 15 दिन में 15 सौ चूहों को मारकर गड्ढे में दफनाकर ठिकाने लगाया जा चुका है।

 

 

मेकॉज में चूहों का आतंक पिछले कई वर्षों पहले शुरू हुआ, वर्तमान में चूहे की बेतहाशा बढ़ी तादाद के बाद जब चूहों का आक्रमण दवा वितरण केंद्र से लेकर स्टोर व वार्ड तक में रखी दवाओं तक बढ़ते चूहों की संख्या को देखते हुए जुलाई माह में चूहों को मारने के लिए मेकॉज प्रबंधन ने एक टेंडर करवाया और रायपुर की सिंक्योर कंपनी ने सभी चूहों को मारने और मेकाज को चूहों से मुक्त करने के लिए दस लाख रुपये में ठेका लिया है। कंपनी ने पिछले 15 दिनों में ही 15 सौ चूहों को मौत के घाट उतार दिया है। कर्मचारियों ने यह भी बताया कि जितने चूहे मारे गए हैं उससे कहीं ज्यादा चूहे अभी भी मेकॉज में मौजूद हैं।

 

 

 

मेकॉज के अधीक्षक डॉ. टीकू सिन्हा ने बताया कि मेकाज में चूहों का आतंक लंबे समय से बना हुआ है, चूहों को मारने के लिए टीम को लगाया गया है। इनके द्वारा 15 दिनों में ही 15 सौ चूहों को मारा गया है। चूहों को मारने के बाद इन्हें सुरक्षित तरीके से एक बड़ा गड्ढा कर दफनाया जा रहा है। इसके अलावा चूहों के बिल व इनके आने-जाने वाले रास्तों को बंद किया जा रहा है।