कायाकल्प स्वच्छता में बीजापुर के जिला अस्पताल ने रचा इतिहास, छत्‍तीसगढ़ में प्रथम, मिलेगा 50 लाख रुपये का पुरस्कार

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ के कायाकल्प स्वच्छ अस्पताल योजना के सर्वे में बीजापुर जिला चिकित्सालय पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान अर्जित किया है।

बीजापुर। Bijapur News: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ के कायाकल्प स्वच्छ अस्पताल योजना के सर्वे में बीजापुर जिला चिकित्सालय पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान अर्जित किया है। इसके लिए 50 लाख रुपये का अवार्ड मिला है। जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डा अभय तोमर ने बताया कि वर्ष 2021-2022 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के द्वारा प्रदेश भर के अस्पतालों का निरीक्षण किया गया था। सर्वे के तय मापदंडों की कसौटी पर बीजापुर जिला चिकित्सालय खरा उतरा है। यहां पिछले पांच साल सालों में स्वास्थ्य के क्षेत्र में कायाकल्प एवं स्वच्छता से संबधित सुविधाओं में विस्तार हुआ है। सिविल सर्जन ने इसके लिए जिला मिशन अधयक्ष व कलेक्टर राजेन्द्र कटारा के मार्गदर्शन तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के सेवाओं का परिणाम बताया।

बताया गया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की श्रेणी में जिले के भैरमगढ़ को प्रदेश में 25 वां स्थान मिला है। भैरमगढ़ स्वास्थ्य केंद्र को शासन द्वारा एक लाख रुपए का अवार्ड राशि दी गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संचालक रायपुर ने प्रदेश के विजेता तथा उप विजेताओं को शुभकामनाएं दी है। साथ ही आगामी वर्ष में बेहतर कार्य करने की उम्मीद जताई है। इस संबंध में राजेन्द्र कटारा, कलेक्टर बीजापुर ने बताया कि जिला अस्पताल को प्रथम स्थान मिला है तो इसके लिए टीम वर्क है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी बधाई के पात्र हैं जिनके कारण स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए बेहतर काम हो रहे हैं। सीएचसीए पीएचसी में भी प्रशासन द्वारा राशि देकर कायाकल्प किया जा रहा है।

कायाकल्प स्वच्छ अस्पताल योजना वर्ष 2021-22 के अंतर्गत जिले में पोटाली स्वास्थ्य केंद्र को पहला स्थान हासिल हुआ है। 14 जिला अस्पताल, 32 सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 178 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 30 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं 224 उप स्वास्थ्य केन्द्रों (हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर) के द्वारा 70 प्रतिशत या अधिक अंक हासिल किया गया है। ज्ञात हो कि दंतेवाड़ा जिला अस्पताल जहां बड़ी संख्या में स्टाफ की तैनाती है और हर वर्ष अस्पताल के रंग रोगन में लाखों रुपये खर्च किये जा रहे हैं, पर स्वच्छता सर्वेक्षण में जिला अस्पताल दंतेवाड़ा का दूर-दूर तक नाम नहीं है ।