कायाकल्प स्वच्छ अस्पताल योजना में बीजापुर जिला अस्पताल को मिला प्रथम पुरस्कार

रायपुर 2 अगस्त (वेदांत समाचार)। प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं को राज्य सरकार लगातार बेहतर बनाने का प्रयास कर रही है। इसके लिए राज्य सरकार बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए कायाकल्प योजना का क्रियान्वयन कर रही है। इस योजना के अंतर्गत विभिन्न मानकों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सरकारी अस्पतालों को पुरस्कृत किया जाता है। इसी क्रम में सोमवार को राज्य स्तर पर दिए जाने वाले पुरस्कारों की घोषणा की गई। जिसमें बीजापुर जिला अस्पताल ने राज्य में प्रथम स्थान हासिल किया है वहीँ कवर्धा जिला अस्पताल ने दूसरा स्थान हासिल किया है।

कायाकल्प स्वच्छ अस्पताल योजना 2021-22 के अंतर्गत 14 जिला अस्पतालों, 32 सिविल अस्पतालों / सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, 178  प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, 30  शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं 224 उप स्वास्थ्य केंद्रों (हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर) को शामिल किया गया था। जिन स्वास्थ्य केन्द्रों के द्वारा 70 प्रतिशत या अधिक अंक हासिल किये गए हैं उन्हें कायाकल्प-स्वच्छ अस्पताल योजना के तहत विजेता, उपविजेता एवं अन्य को सांत्वना पुरस्कार दिया जाएगा। इस सम्बन्ध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ के मिशन संचालक की ओर से पत्र जारी कर राज्य में कायाकल्प पुरस्कारों की घोषणा की गयी है। कायाकल्प अभियान के अंतर्गत प्रदेश में संचालित स्वास्थ्य संस्थाओं में सफाई प्रबंधन, रोग संक्रमण नियंत्रण, भवन एवं परिसर ,सौंदर्यकरण, रुग्ण सेवा में सुधार, के लिए समयबद्ध कार्यक्रम घोषित किया गया है।

 

 

जिला अस्पताल श्रेणी

जिला अस्पताल की श्रेणी में बीजापुर जिला अस्पताल 87.53 प्रतिशत अंक हासिल करते हुए प्रथम स्थान पर और जिला अस्पताल कवर्धा ने  85.71 प्रतिशत अंक हासिल करते हुए दूसरे स्थान पर रहा है। जिला अस्पताल की श्रेणी में कुल 14  पुरस्कारों की घोषणा की गई है। योजना के अंतर्गत प्रथम पुरस्कार के रूप में 50 लाख एवं द्वितीय पुरस्कार में  20 लाख रुपए की धनराशि और प्रशस्ति-पत्र दिया जाएगा।  तीन जिला अस्पतालों बलौदाबाजार,मुंगेली एवं जशपुर को  लगातार बेहतर प्रदर्शन करने के लिए 5 -5 लाख रुपये पुरस्कार के रूप में दिया गया है। अन्य 9  जिला अस्पतालों को प्रशस्ति पुरस्कार के रूप में 3-3 लाख रुपये दिया गया है। जिसमें जिला अस्पताल जगदलपुर, जांजगीर, बलरामपुर, दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर, कोरिया, सूरजपुर, बेमेतरा, शामिल हैं।

 

 

इन अस्पतालों को भी मिला पुरस्कार

सिविल अस्पताल/सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र/शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की श्रेणी में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन जिला दुर्ग 88.9 प्रतिशत अंक के साथ प्रथम रहा। वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिल्हा जिला बिलासपुर को 87.9 प्रतिशत अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहा। इस श्रेणी में कुल 32 केंद्रों को पुरस्कृत किया गया है। इसके अलावा इको फ्रेंडली सुविधाओं के तहत जिला अस्पताल रायपुर और शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिरगांव रायपुर को पुरस्कृत किया गया । जिला अस्पताल रायपुर इस श्रेणी में 10 लाख और शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिरगांव रायपुर को 5 लाख रुपये मिलेंगे ।

 

 

शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की श्रेणी

शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत यूपीएचसी राजा तलब जिला रायपुर ने 98.85 प्रतिशत अंक के साथ प्रथम स्थान हासिल किया। वहीं यूपीएससी ढोंढ़ीपारा जिला कोरबा ने 98.08 अंक के साथ द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। इस श्रेणी में कुल 30 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को पुरस्कृत किया गया है।

 

 

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की श्रेणी

स्वास्थ्य विभाग की इस योजना में शामिल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र श्रेणी में प्रदेश के कुल 178 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को पुरस्कृत किया गया ।  जिसमें 26 विजेताओं को 2 लाख और अन्य 152 को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को 50 हजार रुपये दिया जाएगा।

 

 

सब हेल्थ सेंटर-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर

सब हेल्थ सेंटर-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर श्रेणी में जिन्होंने पहला दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त किए हैं। उनको प्रथम स्थान पाने वाले केंद्र को 1 लाख, दूसरा स्थान को 50,000  एवं तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले को 35,000 मिलेगा अन्य को 25,000 पुरस्कार दिया गया है।

 

प्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छ अस्पताल योजना वर्ष 2015 से संचालित की जा रही है। इस परिप्रेक्ष्य में कायाकल्प अभियान मई 2015 से प्रारंभ किया गया है। कायाकल्प अभियान के अंतर्गत प्रदेश में संचालित स्वास्थ्य संस्थाओं में सफाई प्रबंधन, रोग संक्रमण नियंत्रण, भवन एवं परिसर ,सौंदर्यकरण, रुग्ण सेवा में सुधार, के लिए समयबद्ध कार्यक्रम घोषित किया गया था। जिसके अंतर्गत आंतरिक मूल्यांकन, सहकर्मी मूल्यांकन एवं बाह्य मूल्यांकन की प्रक्रिया की गई जाती है जिसके आधार पर प्रदेश स्तरीय पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।