भिलाई I नेवई थाना क्षेत्र के लक्ष्मी ग्रीन सिटी फेस 2 की पांच मंजिला इमारत की छत से कूदकर 12वीं कक्षा के छात्र ने जान दे दी। घटना सोमवार शाम करीब सवा 5 बजे की है। मृतक छात्र की पहचान 17 वर्षीय वेदांशु ठाकुर के तौर पर हुई है। पुलिस को छात्र की जेब से एक पेन और नोट बरामद हुआ है। नोट अंग्रेजी में लिखा गया है।
छात्र शाम करीब साढ़े 3 बजे घर से ट्यूशन जाने के लिए घर से बैग लेकर निकला था। पुलिस ने बिल्डिंग की छत से छात्र का बैग भी बरामद कर लिया है। घटना के वक्त छात्र की मां और छोटी बहन घर पर थे। जबकि उसके पिता बालोद से घर लौट रहे थे। रास्ते में पड़ोसियों ने फोन पर बेटे के खुदकुशी करने की जानकारी दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पीएम के लिए दुर्ग मर्चुरी में रखवा दिया है। मंगलवार को पुलिस पंचनामा करने के बाद शव का पीएम कराएगी। उसके बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा।
पेरियोडिक टेस्ट में अच्छा नहीं कर पाने से था परेशान
इधर,स्कूल के प्रिंसिपल विपिन देशमुख के मुताबिक छात्र 12 वीं में गणित विषय लेकर पढ़ाई कर रहा था। उसकी क्लास टीचर विद्या सतीश से पता चला है कि करीब पांच दिन पहले छात्र को गुमसुम रहने पर वो वाइस प्रिंसिपल के पास लेकर गई थी। पूछताछ में छात्र ने बताया था कि वो पेरियोडिक टेस्ट ठीक से नहीं कर पाया है। इस वजह से वो परेशान है। इस पर क्लास टीचर और वाइस प्रिंसिपल ने छात्र की काउंसलिंग की थी।
पिता ने कहा- सुबह स्कूल जाने से मना कर दिया था
छात्र के पिता लोकेश्वर सिंह ठाकुर के मुताबिक बेटे ने सुबह ही स्कूल जाने से मना कर दिया था। इस वजह से उसे करीब 10 बजे उठाया। इसके बाद चाय नाश्ता करने के बाद वह अपनी ड्यूटी पर बालोद चले गए थे। रविवार रात करीब 12 बजे तक पूरे परिवार ने साथ में खाना खाया था। छात्र के पिता बालोद में पटवारी है। छात्र की छोटी बहन 6वीं की छात्रा है। दोनों सेक्टर 10 स्थित श्री शंकरा विद्यालय में पढ़ाई करते हैं।
4 पन्ने के सुसाइड नोट में ये लिखा- मुझे स्कूल और पढ़ाई बिल्कुल पसंद नहीं जीवन में और भी तरीके हैं सीखने के
छात्र के सुसाइड नोट के पहले पन्ने में लिखा है कि मुझे कुछ अंदर से ही कुछ खाए जा रहा है, लगता है भूत है। लोगों को लगता हैं मैं खुद से बात करता हूं। मैं भगवान में विश्वास नहीं करता। दूसरे पन्ने में लिखा है कि मुझे नहीं पता मैं क्यों लिख रहा हूं, पर स्कूल और पढ़ाई पसंद नहीं। और भी तरीके है सीखने के। अंग्रेजी के कई शब्दों का मैं सही उच्चारण नहीं कर पाता हूं, बहुत प्रयास किया। अब भी कर रहा हूं। ये साल 2022 मेरे लिए शुरू से ही अच्छा नहीं था। तीसरे पन्ने में लिखा है – ब्लड ऑफ थर्सटी माने खून की प्यास। मैं जीनियस या एक्सट्रा ऑर्डनरी नहीं हूं पर फीलिंग एक्सप्रेस नहीं कर पाता। मुझे नहीं पता क्यों लिख रहा हूं, बस इतना पता है कि मैं डबल मास्क नहीं लगा सकता। आखरी पन्ने में लिखा है कि मैं थक गया हूं। बस अब मैं सोना चाहता हूं। मेरे मोबाइल का पासवर्ड, लैपटॉप का पासवर्ड ये है।
[metaslider id="347522"]