बस्तर में पुराने काम चलाऊ एयरपोर्ट में मौसम खराब होते ही बंद हो जाती है हवाई सेवा
जगदलपुर, 20 जुलाई । बस्तर जिला मुख्यालय को हवाई मार्ग से जोड़ने की कवायद में पुराने काम चलाऊ एयरपोर्ट को जैसे-तैसे बनाकर सिर्फ खानापूर्ती करने का खामियाजा बस्तर को उठाना पड़ रहा है। इससे पहले पुराने काम चलाऊ एयरपोर्ट के उद्घाटन के बाद कई महीनों तक हवाई सेवा शुरू ही नहीं हो पाई। इसमें कई कमी-खामी की खानापूर्ति कर शुरू किये जाने के बाद उम्मीद जगी थी कि बस्तर की हवाई सेवा का लाभ लोगों को मिलेगा, लेकिन बारिश के शुरू होने के साथ ही इसकी पोल खुलने लगी है।
यह निर्विवाद सत्य है कि जब तक अन्यंत्र पूरी क्षमता के साथ पुराने काम चलाऊ एयरपोर्ट के स्थान पर नये एयरपोर्ट का निर्माण नहीं किया जाता है, तब तक बस्तर हवाई सेवा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति ही कहलायेगी। जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण यह है कि 07 जुलाई से मौसम की खराबी के कारण पुराने काम चलाउ एयरपोर्ट अलायंस एयर का एटीआर विमान यहां लैंड नहीं कर पा रहा है। मंगलवार को मौसम खुला होने के बावजूद हैदराबाद से विमान यहां नहीं पहुंचा। बुधवार को मौसम साफ होने से 13 दिनों बाद अलायंस एयर का एटीआर विमान पंहुचा है, लेकिन जैसे ही मौसम खराब होगा, वैसे ही विमान सेवा पुन: बाधित होगी यह तय माना जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मौसम की गड़बड़ी के कारण विमान को कई चक्कर लगाने पड़ रहे हैं, जिसके बाद ही लैंडिंग संभव हो पा रही है, ऐसे में काफी ईंधन बरबाद हो रहा है। यह कंपनी का सीधे तौर पर नुकसान है, जिसके चलते अलायंस एयर ने नियमित सेवा पर रोक लगा दिया। दरअसल बस्तर की विमान सेवा के लिए 48 घंटे पहले मौसम के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए यहां की नियमित सेवा के लिए विमान को भेजना है या नहीं यह तय किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि बस्तर के एयरपोर्ट के 1800 मीटर लंबे रन वे पर अलायंस एयर का एटीआर विमान की लैंडिंग और टेकऑफ में परेशानी आ रही है। 12वें दिन मंगलवार को बस्तर में मौसम साफ रहने के बावजूद हैदराबाद से ही पूरा शेड्यूल रद्द कर दिया गया था।
अलायंस एयर के स्टेशन मैनेजर पवन शर्मा ने बताया कि अलायंस एयर के मुख्यालय से जो निर्णय लिया जाता है, उसके अनुसार ही विमान सेवा का संचालन किया जा रहा है।
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